जम्मू कश्मीर में सरकार के गठन को लेकर जारी गतिरोध के समाप्त होने के संकेत मिले हैं और इस क्रम में पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार (22 मार्च) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और अपनी बैठक को राज्य के लोगों से जुड़े मुद्दों का निपटारा करने के संबंध में काफी सकारात्मक और अच्छा बताया। महबूबा मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री आवास गई और उनसे चर्चा की। इससे तीन दिन पहले राज्य में सरकार के गठन को लेकर पीडीपी और भाजपा के बीच बातचीत में गतिरोध उत्पन्न हो गया था और भाजपा के मुख्य वार्ताकार राम माधव ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी पीडीपी की कोई नई मांग नहीं मानेगी ।
बहरहाल, प्रधानमंत्री के साथ 30 मिनट तक चली बैठक के बाद महबूबा ने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री के साथ ‘काफी सकारात्मक’ और बेहद अच्छी बैठक हुई। उन्होंने सवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य में सरकार के गठन को लेकर हम पिछले दो-तीन महीने से गतिरोध की स्थिति देख रहे हैं लेकिन आज मैं संतुष्ट हूं। मैं काफी संतुष्ट हूं।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या गतिरोध समाप्त हो गया, महबूबा ने कहा, ‘‘जब आप देश के प्रधानमंत्री से मिलते हैं तब स्वाभाविक रूप से जम्मू कश्मीर के लोग जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनका समाधान स्पष्ट होता है।’’ पीडीपी प्रमुख श्रीनगर लौटेंगी जहां वह गुरुवार को पार्टी विधायकों को इस बारे में जानकारी देंगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पार्टी विधायकों ने निर्णय करने के लिए अधिकृत किया है। मैंने गुरुवार को बैठक बुलाई है और इसके बाद हम आगे के कदम की घोषणा करेंगे।’’
राज्य में सरकार के गठन के बारे में महबूबा ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा कि मैं पार्टी के विधायकों से बात करूंगी क्योंकि इसके लिए वही मंच हैं। यह उक्त स्थान नहीं है। ऐसी घोषणा करने के लिए एक विशिष्ट स्थान होता है। मैं श्रीनगर जाऊंगी और अगला कदम उठाऊंगी।’’
महबूबा सोमवार (21 मार्च) दिल्ली आई थी जब पीडीपी ने स्पष्ट कर दिया था कि इस विषय पर संवादहीनता की स्थिति बनी है और पार्टी ने गठबंधन को आगे बढ़ाने के लिए कोई नयी मांग नहीं रखी है। महबूबा पिछले पांच दिनों में दूसरी बार नयी दिल्ली आई है। इससे पहले गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ उनकी बैठक में कोई नतीजा नहीं निकाला था।
सूत्रों ने बताया कि महबूबा की मंगलवार 22 (मंगलवार) सुबह अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ भी बैठक हुई जिसमें राज्य के पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू भी शामिल थे। इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री के साथ होने वाली चर्चा के बिन्दुओं को अंतिम रूप दिया गया।
पीडीपी की ओर से सरकार के गठन के ताजा प्रयास तब शूरू हुए जब भाजपा ने कई बार यह कहा कि वह दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ बने गठबंधन के एजेंडे को लागू करने को प्रतिबद्ध है। राज्य की 87 सदस्यीय विधानसभा में पीडीपी के 27 सदस्य हैं जबकि भाजपा के 25 सदस्य हैं।
राज्य में सरकार के गठन के सिलसिले में भाजपा के मुख्य वार्ताकार राम माधव ने स्पष्ट कर दिया था कि पीडीपी की कोई नई मांग नहीं स्वीकार की जायेगी। पर्दे के पीछे से वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पीडीपी सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने स्पष्ट किया कि कोई नई मांग नहीं की गई है और दोनों पक्षों में संवादहीनता के कारण वार्ता पटरी से उतरी।