जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से आतंकी घटनाएं देखी जा रही हैं। आतंकवादी पिछले कुछ दिनों से आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। जिसमें अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक है। इन घटनाओं को लेकर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं। बता दें कि बीते रविवार की शाम में आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में एक घर में घुसकर दो श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने कहा कि, “मेरे रहते हुए कोई आतंकवादी श्रीनगर के 50-100 किलोमीटर के दायरे में घुस नहीं सकता था। अब श्रीनगर शहर में घुसकर मार रहे हैं।” मलिक ने कहा कि, आतंकी गरीब लोगों को मार रहे हैं, इन घटनाओं का मैं विश्लेषण नहीं कर सकता, यह दर्दनाक है।
किसान आंदोलन पर बोले मलिक: वहीं मलिक ने कश्मीर के अलावा किसानों को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि, इस समय किसानों के साथ गलत हो रहा है। पिछले 10 महीने से घर छोड़कर किसान दिल्ली में पड़े हुए हैं। मैं उनके साथ हूं, किसानों के लिए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री के साथ झगड़ा कर चुका हूं। सबको कह चुका हूं कि किसानों के साथ गलत हो रहा है।
बताया किसान आंदोलन खत्म होने का रास्ता: सत्यपाल मलिक ने कहा कि, सरकारों का मिजाज आसमान पर पहुंच जाता है। लोगों की तकलीफ नहीं दिखती। अगर किसानों की मांगे नहीं मानी गईं तो यह सरकार दोबारा नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि, अगर सरकार MSP पर गारंटी दे तो तीनों कानूनों के मामले पर मैं किसानों को मना लूंगा। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान MSP गारंटी कानून से कम पर समझौता नहीं करेगा। किसानों को केवल यही चाहिए।
घाटी में बढ़ी आतंकी घटनाएं: बता दें कि जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। आतंकी गैर कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं। इस बीच रविवार को आतंकियों ने एक बार फिर दूसरे प्रदेशों से आए मजदूरों पर हमला बोला। इन हमलों को देखते हुए पुलिस ने राज्य के सभी जिला पुलिस प्रमुखों को जारी किए एक आदेश में कहा है कि जो भी मजदूर गैर-स्थानीय हैं, उन्हें तुरंत नजदीकी पुलिस और सेना के कैंपों में लाया जाए।
वहीं जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों को चेतावनी दी है कि, मारे जा रहे बेगुनाह लोगों के खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा।
