अत्रि मित्रा
Adhir Ranjan Chowdhury On TMC: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी गठबंधन केंद्र की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को मात देने के लिए हर हथकंडे पर काम कर रही है। यह वजह है कि विपक्षी दलों ने 23 जून को पहली बैठक पटना में की, जबकि दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में की, जिसमें 26 दल के नेता शामिल हुए। बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक यूपीए (UPA) का नाम इंडिया (INDIA) रखने को लेकर काफी चर्चा में रही। संयुक्त विपक्ष की इस बैठक में कांग्रेस और टीएमसी के बीच काफी नजदीकियां देखी गईं।
संयुक्त विपक्ष की बैठक के 10 दिन से भी कम वक्त में एक बार फिर से कांग्रेस और टीएमसी में कटु संबंध सभी के सामने आ गए। जिससे संकेत मिलता है कि 26 दलों के भीतर (INDIA) अभी भी कई मुद्दों पर काम करना बाकी है।
शनिवार बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी पर हमला बोला। चौधरी ने कहा, ‘वह (ममता बनर्जी) 2011 में कांग्रेस की मदद से सत्ता में आई थीं, लेकिन तब उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता का अब ममता बनर्जी से मोहभंग हो गया है। इसलिए, उन्हें लगा कि अब उन्हें कांग्रेस से हाथ मिला लेना चाहिए और तृणमूल को अब कांग्रेस की सख्त जरूरत है।’
‘ममता का पार्टी टूटने का अहसास हो गया था’
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश को एकजुट किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नेतृत्व पूरी तरह से भारत में बदलाव का संकेत है। ममता बनर्जी को लगा कि अगर वे राहुल गांधी की राजनीति से नहीं जुडेंगी तो पार्टी टूट जाएगी।
राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होती जा रही है। सिर्फ मालदा ही नहीं, बल्कि बंगाल के कई अन्य स्थानों पर पंचायत चुनावों के बाद महिलाओं पर अत्याचार देखा गया है। यह बेहद निंदनीय है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
TMC नेता शांतनु सेन ने अधीर रंजन के बयान पर किया पलटवार
अधीर रंजन की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए टीएमसी नेता शांतनु सेन ने कहा, ‘गठबंधन को ध्यान में रखते हुए टीएमसी बदले में कांग्रेस पर हमला नहीं करने वाली है। शांतनु ने कहा कि टीएमसी 180 से अधिक सीटों के साथ पश्चिम बंगाल में सत्ता में आई। वह संख्या बढ़ी ही है, लेकिन 2011 में कांग्रेस शून्य हो गई। उन्होंने कहा कि गठबंधन को ध्यान में रखते हुए हम कांग्रेस पर हमला नहीं कर रहे हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम कमज़ोर हैं। हम पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए काफी मजबूत हैं। हमें किसी की मदद की जरूरत नहीं है।’
यह बयान टीएमसी की वार्षिक शहीद दिवस रैली के एक दिन बाद आया, जहां ममता और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने कांग्रेस के बारे में बोलने से परहेज किया, जबकि उन्होंने सीपीआई (एम) और भाजपा पर हमला किया। अपने भाषण में ममता ने कहा, “हमें सत्ता या पद की परवाह नहीं है, हम अपने देश की शांति की परवाह करते हैं।”
इस बयानबाजी के बीच भाजपा पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “जो लोग इस (टीएमसी) सरकार के खिलाफ लड़ना चाहते हैं, वे आएं और भाजपा के साथ लड़ें। या एक मंच बनाएं जहां आप खड़े हो सकें और अत्याचारी राज्य सरकार के खिलाफ लड़ सकें। उन्होंने कहा कि यदि आप गठबंधन की बैठक में भाग लेने वाले नेताओं की तस्वीरें देखने के बाद इस राज्य सरकार के खिलाफ लड़ना चाहते हैं, तो पश्चिम बंगाल के लोग आप पर विश्वास नहीं करेंगे। यह दिल्ली में दोस्ती है और बंगाल में कुश्ती है।”
ममता ने पूछा- ‘NDA कैन यू चैलेंज INDIA?
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि यह बैठक अच्छी रही है। आज जो चर्चा हुई उसके बाद का नतीजा इस देश के लोगों के लिए सही हो सकता है। टीएमसी चीफ ने कहा कि आज से चुनौती की शुरुआत हुई है। हमारी जो 26 पार्टियों की बैठक में हुई उसमें हमने एक रियल चैलेंज लिया है। ममता बनर्जी ने सवाल पूछते हुए कहा, ‘NDA कैन यू चैलेंज INDIA?’ ममता बनर्जी ने कहा कि INDIA जीतेगा, BJP हारेगी।
बैठक के बाद ममता बनर्जी ने बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने नारा लगाते हुए कहा था कि बीजेपी और राजग क्या ‘इंडिया’ को चुनौती दे सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ जीतेगा, बीजेपी हारेगी। बनर्जी ने कहा कि लोगों की जिंदगी खतरे में है। चाहे दलित, मुसलमान और हिंदू हो। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकतंत्र को खरीदने का सौदा कर रही है।