लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही बीजेपी को एक लोकसभा सीट पर जीत मिल गई है। सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन पहले रद्द हो गया और उसके बाद सूरत लोकसभा से आठ निर्दलीयों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध जीत गए। अब बड़ी खबर आ रही है कि कांग्रेस के उम्मीदवार रहे निलेश कुम्भानी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार वह इसी हफ्ते बीजेपी से जुड़ सकते हैं।
हस्ताक्षर में सामने आई थी गड़बड़ी
निलेश कुम्भानी के प्रस्तावको के हस्ताक्षर में गड़बड़ी सामने आई थी। इसी का हवाला देते हुए चुनाव आयोग ने उनका नामांकन रद्द किया था। बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल को जीत का सर्टिफिकेट भी मिल चुका है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने अपने प्रभाव के जरिए मुकेश दलाल को चुनाव जितवाया है। कांग्रेस ने सीट पर नए सिरे से चुनाव की मांग की है। कांग्रेस इस घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुकी है।
तीसरे चरण में होंगे गुजरात में चुनाव
गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण में चुनाव होंगे। 7 मई को तीसरे चरण के लिए वोटिंग होगी। गुजरात में नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 अप्रैल थी और नामांकन वापस लेने की तारीख 22 अप्रैल थी। सूरत लोकसभा सीट पर कुल 11 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था। कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया, जबकि एक प्रत्याशी का नामांकन पत्र खारिज हो गया था। बीजेपी के उम्मीदवार जीत गए हैं जबकि आठ उम्मीदवारों ने अपना पर्चा वापस ले लिया।
कांग्रेस पहुंची SC
कांग्रेस नेताओं का एक डेलिगेशन मख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त से मिला। यहां पर उन्होंने मांग की है कि सूरत सीट पर दोबारा से चुनाव प्रक्रिया कराई जाए। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिघंवी ने कहा कि हमने चीफ इलेक्शन कमीशनर से आग्रह किया है कि सूरत सीट पर चुनाव स्थगित करवा दिए जाएं।
इस बीच कांग्रेस के अंदर ही बगावत देखने को मिल रही है। कांग्रेस के नेता असलम सायकलवाला ने कहा है कि निलेश कुम्भानी ने टिकट का सौदा कर लिया है और वह बिक चुके हैं। उन्हें उम्मीदवार बनाना कांग्रेस की सबसे बड़ी गलती है। अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी कहा कि प्रस्तावक में बहनोई, भांजा और उनके करीबी लोग ही थे लेकिन अब वही मौजूद नहीं है तो यह साफ है कि निलेश कुम्भानी खुद शंका के दायरे में है।