India-China Border News Live Updates: भारत और चीन के बीच पिछले पांच महीनों से एलएसी पर तनाव जारी है। इस बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने सर्दी का मौसम शुरू होने से पहले ही बड़ी मात्रा में एलएसी पर हथियार जुटा लिए हैं। इन हथियारों में मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें भी शामिल हैं। इतना ही नहीं चीन एलएसी पर जमीन के नीचे सुरंग भी बना रहा है, ताकि आगे हथियारों को इन जगहों पर ही छिपाया जा सके और यह सैटेलाइट की जद में भी न आ सकें।

चीन, तिब्बत की सांस्कृतिक विरासत को खत्म करने की साजिश रच रहा है। रायटर्स की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन बड़ी संख्या में तिब्बती लोगों को मिलिट्री स्टाइल ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग दे रहा है और फिर उन्हें फैक्ट्री वर्कर्स बनाकर देश के बाकी हिस्सों में ट्रांसफर कर रहा है। कुछ इसी तरह से चीन उईगर मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में भी कर रहा है। जिसकी पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने तिब्बत के करीब 5 लाख लोगों को रोजगार की ट्रेनिंग दी है। इनमें से सिर्फ 50 हजार के करीब ही तिब्बत में काम कर रहे हैं और बाकी लोगों को चीन के अलग-अलग हिस्सों में ट्रांसफर कर दिया है। तिब्बत के लोगों को टैक्सटाइल, निर्माण और खेती के कामों में लगाया गया है। इस तरह से चीन ने तिब्बत के लोगों के पारंपरिक रोजगार को बंद करने का काम किया है।

 

Live Blog

06:25 (IST)23 Sep 2020
टकराव के क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पर बात आगे नहीं बढ़ी

भारत और चीन के बीच बातचीत में ऐसा जान पड़ता है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर टकराव के क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पर बात आगे नहीं बढ़ी। बयान में कहा गया कि दोनों सेनाएं जमीनी स्तर पर आपस में संपर्क मजबूत करने और गलतफहमी तथा गलत निर्णय से बचने और दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी महत्वपूर्ण सहमति के ईमानदारी से क्रियान्वयन पर भी सहमत हुईं।

05:48 (IST)23 Sep 2020
गतिरोध को सुलझाने की दिशा में एक प्रयास

भारत और चीन के अग्रिम मोर्चे पर और अधिक सैनिक न भेजने पर सहमत होने के निर्णयों की घोषणा मंगलवार देर शाम को भारतीय सेना और चीनी सेना के एक संयुक्त बयान में की गयी। इसे चार महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध को सुलझाने की दिशा में एक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। एक दिन पहले ही भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच हुई छठे दौर की वार्ता 14घंटे तक चली थी।

04:42 (IST)23 Sep 2020
भारत और चीन अग्रिम मोर्चे पर और अधिक सैनिक न भेजने पर सहमत: सेनाओं का संयुक्त

पूर्वी लद्दाख में तनाव कम करने के मदृदेनजर भारत और चीन मंगलवार को अग्रिम मोर्चे पर और अधिक सैनिक नहीं भेजने, जमीनी स्थिति को एकतरफा ढंग से न बदलने एवं मामले को और जटिल बनाने वाले कदमों से बचने पर राजी हुए।

03:58 (IST)23 Sep 2020
चीन ने भारत से सटी सीमा के नजदीक पिछले 3 साल में 13 नए सैन्य ठिकाने बनाए

अमेरिका की सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस कंसल्टेंसी स्ट्राटफोर ने मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन ने भारत से सटी सीमा के नजदीक पिछले 3 साल में 13 नए सैन्य ठिकाने बनाए हैं। इनमें तीन एयरबेस, 5 एयर डिफेंस यूनिट्स और पांच हेलिपैड शामिल हैं। बताया गया है कि चीन ने 2017 में हुए डोकलाम विवाद के बाद इन ठिकानों को तैयार करना शुरू किया था। चीन ने तिब्बत में मानसरोवर झील के किनारे सतह से सतह पर वार करने वाली मिसाइल साइट बना ली है। इसके अलावा, डोकलाम और सिक्किम के विवादित इलाकों में भी ऐसी ही साइट तैयार कर रहा है।

02:54 (IST)23 Sep 2020
इमरान सरकार ने अब चीन, मलेशिया और तुर्की से मांगे समर्थन

पाकिस्तान FATF के प्लेनेरी सेशन से ठीक पहले एक बार फिर चीन की मदद की उम्मीद कर रहा है। दरअसल, एफएटीएफ ने पाक को ग्रे लिस्ट में रखा है, जिसके चलते उसके कुछ संदिग्ध आर्थिक लेन-देनों को बंद कर रखा है। एजेंसी ने पाक से आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए भी कहा है, हालांकि कश्मीर में आतंकियों को भेजने के एवज में पाकिस्तान ने अब तक ग्रे लिस्ट की शर्तों को पूरा नहीं किया है। इसी के चलते इमरान सरकार ने अब चीन, मलेशिया और तुर्की से समर्थन मांगा है।

23:07 (IST)22 Sep 2020
एलएसी पर सैन्य ठिकानों की संख्या दोगुनी कर रहा चीनः रिपोर्ट

रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोकलाम विवाद के बाद चीन ने भारत के खिलाफ अपनी रणनीति बदल दी है। उसने भारत की सीमा से सटे जगहों पर सैन्य ठिकानों की संख्या दोगुनी करनी शुरू कर दी है। चीन की मिलिट्री ने पहले से मौजूद एयरबेस पर चार एयर डिफेंस सिस्टम लगाए हैं। इसने कई रनवे तैयार किए हैं और लड़ाकू विमानों को छिपाने के लिए शेल्टर्स भी बनाए हैं। वह अपने सैन्य ठिकानों पर तैनात किए जाने वाले लड़ाकू विमानों की संख्या में भी इजाफा कर रहा है।

22:32 (IST)22 Sep 2020
चीन की फिनटेक कंपनियों पर बैन लगा सकता है भारत

मोदी सरकार जल्द ही भारत में बिजनेस कर रही चीनी फिनटेक कंपनियों पर बैन लगा सकती है। इसके लिए डेटा और प्राइवेसी उल्लंघनों के लिए इन कंपनियों की जांच हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन फिनटेक कंपनियों का मुख्य कारोबार डिजिटल तरीके से उधारी का है। भारत में केवल 2019 में इसका ट्रांजेक्शन वैल्यू 110 बिलियन डॉलर (8.09 लाख करोड़ रु.) का रहा, जो 2023 तक दोगुना से ज्यादा बढ़कर 350 बिलियन डॉलर (25.75 लाख करोड़ रु.) तक पहुंचने का अनुमान है। हालांकि यह मोबाइल यूजर्स की संख्या पर भी निर्भर करेगा। इससे पहले सरकार ने 224 चीनी मोबाइल ऐप को बैन किया था। 

22:01 (IST)22 Sep 2020
भारत से सटी सीमा पर चीन ने 3 साल में 13 नए सैन्य ठिकाने बनाए

अमेरिका की सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस कंसल्टेंसी स्ट्राटफोर ने मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन ने भारत से सटी सीमा के नजदीक पिछले 3 साल में 13 नए सैन्य ठिकाने बनाए हैं। इनमें तीन एयरबेस, 5 एयर डिफेंस यूनिट्स और पांच हेलिपैड शामिल हैं। बताया गया है कि चीन ने 2017 में हुए डोकलाम विवाद के बाद इन ठिकानों को तैयार करना शुरू किया था। चीन ने तिब्बत में मानसरोवर झील के किनारे सतह से सतह पर वार करने वाली मिसाइल साइट बना ली है। इसके अलावा, डोकलाम और सिक्किम के विवादित इलाकों में भी ऐसी ही साइट तैयार कर रहा है।

21:31 (IST)22 Sep 2020
कोरोनावायरस के लिए चीन और WHO जिम्मेदार, संयुक्त राष्ट्र के मंच से बोले ट्रंप

संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 साल पूरे होने के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि कोरोनावायरस के प्रसार के लिए संयुक्त राष्ट्र को चीन को जिम्मेदार ठहराना चाहिए। उन्होंने यूएन के मंच से विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी जमकर हमला बोला। ट्रंप ने कहा कि इस संस्थान पर चीन का पूरा नियंत्रण है। इसलिए डब्लूएचओ ने झूठ कहा कि कोरोना वायरस के मानव निर्मित होने के सबूत नहीं हैं।

20:59 (IST)22 Sep 2020
FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के लिए फिर चीन का साथ ढूंढ रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान FATF के प्लेनेरी सेशन से ठीक पहले एक बार फिर चीन की मदद की उम्मीद कर रहा है। दरअसल, एफएटीएफ ने पाक को ग्रे लिस्ट में रखा है, जिसके चलते उसके कुछ संदिग्ध आर्थिक लेन-देनों को बंद कर रखा है। एजेंसी ने पाक से आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए भी कहा है, हालांकि कश्मीर में आतंकियों को भेजने के एवज में पाकिस्तान ने अब तक ग्रे लिस्ट की शर्तों को पूरा नहीं किया है। इसी के चलते इमरान सरकार अब चीन, मलेशिया और तुर्की से समर्थन मांगा है।

20:29 (IST)22 Sep 2020
चीन की मांग- तनाव कम करने के लिए 29 अगस्त को घेरी गई चोटियां छोड़े भारत

चीन ने कमांडर स्तर की बैठक में मांग की है कि एलएसी पर किसी भी तरह का तनाव कम करने के लिए भारत पहले 29 अगस्त को घेरी गई चोटियों को खाली करे। हालांकि, भारत की ओर से अब भी पहले चीन की ओर से कदम उठाने की मांग की गई है। इसी जद्दोजहद में बैठक करीब 14 घंटे लंबी चली और दोनों देशों के बीच एक बार फिर सैन्य स्तर की वार्ता पर सहमति बनी है।

19:56 (IST)22 Sep 2020
चीन से होने वाले आयात में आई 27.63 फीसदी की कमी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की अपील का सबसे ज्यादा नुकसान चीन को उठाना पड़ा है। यह बात सामने आई है। यह बात कही है छोटे व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स- CAIT ने। बताया गया है कि इस साल अप्रैल से अगस्त के बीच चीन से होने वाले आयात में 27.63 फीसदी की कमी आई है। हालांकि, इस दौरान देश में लॉकडाउन का भी बुरा असर रहा और भारत के आयात-निर्यात, दोनों में ही खासी कमी रही थी। 

19:24 (IST)22 Sep 2020
खुद को सुरक्षित रखने के लिए डेपसांग पर कब्जा बरकरार रखना चाहता है चीन

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि चीन अपने शिनजियांग और तिब्बत को जोड़ने वाले हाइवे की सुरक्षा के लिए डेपसांग के इलाके में अपना दबदबा बनाना चाहता है और भारतीय सेना को पीछे धकेलना चाहता है। हालांकि, अभी तक यह बात सिर्फ अनुमान के आधार पर कही जा रही है लेकिन चीन के बढ़ते खतरे को देखते हुए इसकी आशंका से इंकार भी नहीं किया जा सकता। दरअसल, डेपसांग के नजदीक ही भारतीय वायुसेना के रणनीतिक रूप से अहम दौलत बेग ओल्डी एयरबेस है। जो कि एलएसी की सुरक्षा और चीन से बढ़ते खतरे के लिहाज से काफी अहम माना जाता है।

18:55 (IST)22 Sep 2020
पैंगोंग पर टकराव भारत का ध्यान भटकाने की हो सकती है कोशिश

भारतीय सेना और चीनी सेना लद्दाख के कई इलाकों में आमने-सामने है और तनाव की स्थिति बनी हुई है लेकिन सबसे ज्यादा तनाव पैंगोंग त्सो इलाके में है। अब कुछ रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि हो सकता है कि चीन भारतीय सेना को पैंगोंग त्सो में उलझाकर रखना चाहता है और उसकी असल नजर लद्दाख के देपसांग इलाके पर है। बता दें कि देपसांग में भी दोनों सेनाओं के बीच स्टैंड ऑफ है लेकिन गौरतलब है कि देपसांग में मई से भी पहले से चीन की सेना भारतीय सैनिकों को पेट्रोलिंग से रोक रही है।

18:24 (IST)22 Sep 2020
एलएसी पर सर्दी में न हो खाने की परेशानी, DRDO बना रहा नई तकनीक

भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित एलएसी पर जारी टकराव के बीच अब डीआरडीओ सेना के लिए नई तकनीक मुहैया करा रही है, ताकि सैनिकों के लिए खाने की समस्या न पैदा हो। डीआरडीओ का डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ हाई-एल्टीट्यूड रिसर्च (DIHAR) टुकड़ियों के लिए सब्जी उगाने की तकनीक बना रहा है, जिसका इस्तेमाल भारत-चीन सीमा पर सर्दी के मौसम में किया जाएगा।

17:54 (IST)22 Sep 2020
सैटेलाइट की पकड़ में न आएं हथियार, चीन जमीन के अंदर बना रहा सुरंग

चीन मिसाइलों को छिपाने के लिए जमीन के अंदर ठिकाने बना रहा है। इससे वे सैटलाइट की पकड़ में नहीं आएंगी और किसी हमले में नष्‍ट भी नहीं होंगी। बता दें कि सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें भी इन चीन सैन्‍य ठिकानों पर देखी गई हैं। इसका खुलासा होने के बाद भारत ने भी अपनी तैयारी मजबूत कर ली है। 

17:23 (IST)22 Sep 2020
चीन एलएसी पर तैनात कर रहा मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें, सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा

चीनी सेना अब बड़े पैमाने पर घातक हथियारों की तैनाती में जुट गई है। पीपल्‍स ल‍िबरेशन आर्मी लद्दाख से सटे चीनी कब्‍जे वाले अक्‍साई च‍िन इलाके में मध्‍यम दूरी तक मार करने वाली किलर म‍िसाइलें तैनात कर रहा है। इन मिसाइलों की रेंज और संख्‍या इतनी ज्‍यादा है कि चीनी सेना पूरे भारत को निशाना बना सकती है। उधर, चीनी सेना का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना ने भी बड़े पैमाने पर घातक हथियारों की तैनाती है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन भारत को धमकाने के लिए अक्‍साई चिन में बड़ी संख्‍या में मध्‍यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें तैनात कर रहा है। 

16:52 (IST)22 Sep 2020
लद्दाखः LAC पर तैनात सैनिकों को सर्दी में हो सकती है पानी की दिक्कत

लद्दाख में इतनी ऊंचाई पर पानी की मौजूदगी भी एक बड़ी समस्या होने वाली है। कई फॉरवर्ड एरिया में तो पाइप से पानी पहुंचाया जाता है, पर भीषण ठंड में पाइप में भी पानी जम जाता है। ऐसे में चुशुल में रहने वाले स्थानीय लोग भी सेना के लिए पानी पहुंचाते हैं। सेना सर्दी में बर्फ को पानी के स्रोत के तौर पर इस्तेमाल करती है। बर्फ को हीटर पर पिघलाकर पानी के रूप में रख लिया जाता है।

16:17 (IST)22 Sep 2020
LAC विवाद: तनातनी के बीच हाड़ कंपाने वाली ठंड का सामने करेंगे सुरक्षाबल, ये है तैयारी

लद्दाख में जिस जगह पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच टकराव की स्थिति बनी है, वहां अक्टूबर के मध्य से ही भीषण ठंड का माहौल पैदा हो जाता है। ऐसे में भारतीय सेना अब इस सर्दी को काटने के लिए तैयारियां पूरी करने में जुटी है। जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना एलएसी पर सर्दी का सामना करने के लिए रूसी टेंट्स इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा खाने के लिए सैनिक शक्करपारे लेंगे, जो खराब मौसम में भी उनकी ऊर्जा का अहम स्रोत होंगे। पढ़ें पूरी खबर...

15:47 (IST)22 Sep 2020
एलएसी से पीछे हटने से पहले कम से कम दो बार और हो सकती है कमांडर स्तर की वार्ता

भारत और चीन के बीच सोमवार को हुई कमांडर स्तर की वार्ता 14 घंटे तक चली। हालांकि, इसका कोई नतीजा नहीं निकला। ऐसे में माना जा रहा है कि सभी बिंदुओं पर चर्चा के लिए दोनों देश अभी कम से कम दो बार और बैठक करेंगे। इसके बाद ही एलएसी पर तनाव कम होने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि दोनों देश अपने-अपने दावों पर अड़े हैं। लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि शांति के लिए पहले चीन को ही पीछे हटना होगा।

14:55 (IST)22 Sep 2020
भारत के दबाव में विवादित नक्शे वाली किताब पर नेपाल ने लगायी रोक

बीते दिनों नेपाल ने विवादित नक्शे वाली एक किताब को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला किया था। इस किताब के नक्शे में भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधारा इलाके को अपना क्षेत्र बताया गया था। हालांकि भारत की आपत्ति के बाद अब नेपाल सरकार ने इस किताब के प्रकाशन और वितरण पर रोक लगा दी है। 

14:30 (IST)22 Sep 2020
सोमवार को हुई कोर कमांडर लेवल की बैठक में भारत की तरफ से ये अधिकारी शामिल हुए

भारत की तरफ से बैठक का नेतृत्व 14वीं कॉर्प कमांडर प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह द्वारा किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह के अलावा इस बैठक में लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन भी शामिल हुए। बता दें कि अक्टूबर में लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ही 14वीं कॉर्प कमांडर के प्रमुख बनेंगे। इनके अलावा विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव, आईटीबीपी के एक अधिकारी दीपम सेठ और सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल रहे।

14:29 (IST)22 Sep 2020
भारत ने सैन्य स्तर की बातचीत में अपना पक्ष मजबूती से रखा

एलएसी पर जारी तनातनी के बीच सोमवार को भारत चीन के बीच शीर्ष सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हुई। इस बातचीत के दौरान भारत की तरफ से चीन को दो टूक कहा गया है कि वह पेंगोंग त्सो समेत एलएसी पर सभी स्थानों पर अप्रैल की स्थिति बहाल करे और अपनी सेना को तुरंत पीछे हटाए। सेना के सूत्रों के हवाले से भारत की तरफ से मजबूती से अपना पक्ष रखा गया है। पैंगोंग और रेजांग ला इलाकों में तनातनी के बाद अब देपसांग, गोगरा, हाट स्प्रिंग इलाकों में भी चीनी सेना अपना दबदबा बनाने का प्रयास कर रही है, जिससे तनाव और ज्यादा बढ़ रहा है।

13:28 (IST)22 Sep 2020
भारत के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने के पीछे चीन की यह सोच!

चीन का हाल के समय में भारत के खिलाफ आक्रामक रुख रहा है। अगर सीमा विवाद से इतर सोचें तो कई जानकारों का मानना है कि चीन आने वाले समय में खुद को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में देख रहा है। लेकिन उसे भारत से चुनौती मिलने की आशंका है। यही वजह है कि वह भारत को रणनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य तरीके से घेरकर उसके प्रभाव को कम करना चाहता है। ऐसे में सीमा पर चीन के आक्रामक रुख को लेकर ऐसी आशंकाएं भी जतायी जा रही हैं।

12:31 (IST)22 Sep 2020
तनाव कम करने के लिए अभी और होंगी सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत

भारत और चीन सीमा पर तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की अभी और बातचीत हो सकती हैं। दरअसल सोमवार को हुई बैठक में विवाद और मतभेद के सभी बिंदुओं को शामिल नहीं किया जा सका। ऐसे में दोनों देशों की बीच अभी और बातचीत संभव है।

11:10 (IST)22 Sep 2020
चीन ने अपने हवाई ठिकानों की संख्या बढ़ाकर दोगुनी की

लद्दाख में घुसपैठ से पहले चीन ने भारत से निपटने के लिए पुख्ता स्तर पर तैयारी की है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन ने बीते तीन सालों में भारत से लगती सीमा पर अपने हवाई ठिकानों की संख्या बढ़ाकर दोगुनी कर दी है। इसके साथ ही अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी दुरुस्त किया है। 

10:29 (IST)22 Sep 2020
चीन के लिए जासूसी करने के आरोप में अमेरिकी पुलिसकर्मी गिरफ्तार

अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी पुलिस विभाग ने अपने एक अधिकारी को चीन के अवैध एजेंट के रूप में काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अधिकारी बैमाडाजिए अंगवांग तिब्बती मूल का है और वह न्यूयॉर्क में मौजूद चीनी नागरिकों की गतिविधियों पर नजर रख रहा था और इससे जुड़ी जानकारी चीन को दे रहा था।

09:27 (IST)22 Sep 2020
चीनी सेना के प्रोपेगैंडा वीडियो की खुली पोल

चीनी सेना के एक प्रोपेगैंडा वीडियो की पोल खुल गई है। दरअसल चीनी वायुसेना ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया था। अब खुलासा हुआ है कि इस वीडियो में कई क्लिप नकली थी और कुछ हॉलीवुड की फिल्मों से शामिल की गई थीं। सोशल मीडिया पर भी चीन की इस प्रोपेगैंडा वीडियो की आलोचना हो रही है। 

08:28 (IST)22 Sep 2020
लद्दाख में सीमा पर गश्त के लिए अब इस जानवर का इस्तेमाल करेगी भारतीय सेना, रिसर्च में सामने आयी चौंकाने वाली जानकारी

लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त के लिए जल्द ही भारतीय सेना दो कूबड़ वाले ऊंटों का इस्तेमाल शुरू करेगी। बता दें कि दो कूबड़ वाला ऊंट लद्दाख का स्थानीय जानवर है। इसके साथ ही यह 17,000 फीट की ऊंचाई पर भी 170 किलो का भार ले जाने में सक्षम है। डीआरडीओ की रिसर्च में यह खुलासा हुआ है। इसके साथ ही दो कूबड़ वाला ऊंट तीन दिन तक बिना खाए पिए रह सकता है। फिलहाल इन दो कूबड़ वाले ऊंटों की आबादी बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। जिसके बाद इन्हें सेना में शामिल कर लिया जाएगा।

07:41 (IST)22 Sep 2020
चुशुल पर क्यों है चीन की नजर, जानिए?

चीन के लिए चुशुल सेक्टर की अहमियत की बात करें तो यहां चीन का कब्जा होने का मतलब है कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना रणनीतिक तौर पर काफी मजबूत हो जाएगी। इसके अलावा चुशुल पर चीन का कब्जा होने से उसके लिए लेह तक पहुंचना आसान हो जाएगा। यही वजह है कि भारत और चीन के लिए चुशुल सेक्टर काफी अहम है।

07:40 (IST)22 Sep 2020
भारत के लिए क्या है चुशुल सेक्टर की अहमियत?

भारत के लिए चुशुल सेक्टर की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि यहां भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्रिप है, जो कि यहां लॉजिस्टिक सप्लाई के लिए बेहद अहम है। 1962 की भारत चीन लड़ाई में भी चुशुल सेक्टर की इस एयरस्ट्रिप ने काफी अहम भूमिका निभायी थी। इसके साथ ही चुशुल सेक्टर में कई ऊंची पहाड़ियां और समतल इलाका भी है, जिससे यहां टैंक भी तैनात किए जा सकते हैं और ऊंची पहाड़ियों से चीन की सेना पर नजर भी रखी जा सकती है।

07:40 (IST)22 Sep 2020
लद्दाख का चुशुल सेक्टर है बेहद अहम

पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो इलाके में भारत और चीन की सेनाओं के बीच बीते पांच माह से तनाव चल रहा है। दोनों ही सेनाएं इस इलाके में एलएसी को लेकर अलग अलग दावे कर रही हैं। पैंगोंग त्सो झील के दक्षिण में एक चुशुल सेक्टर है, जो कि सैन्य रणनीति के हिसाब से भारत और चीन दोनों के लिए ही अहम है। फिलहाल भारत का इस सेक्टर में दबदबा है लेकिन चीन की सेना की तरफ से भी इस जगह अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में भारत और चीन के इस तनाव में चुशुल सेक्टर काफी अहम हो गया है।

04:18 (IST)22 Sep 2020
पूर्वी लद्दाख में भारत के चुशूल सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार मोल्डो में चीनी क्षेत्र में सुबह हुई वार्ता

कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की यह वार्ता पूर्वी लद्दाख में भारत के चुशूल सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार मोल्डो में चीनी क्षेत्र में सुबह करीब नौ बजे शुरू हुई और रात नौ बजे के बाद भी जारी थी। समझा जाता है कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 10 सितंबर को मास्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के इतर विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच हुए समझौते को निश्चित समय-सीमा में लागू करने जोर दिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई भारतीय सेना की लेह स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हंिरदर ंिसह ने की। पहली बार, सैन्य वार्ता से संबंधित भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी हैं।
विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं।  

04:05 (IST)22 Sep 2020
भारत, चीन के सैन्य कमांडरों ने पूर्वी लद्दाख में तनाव घटाने के लिये लंबी वार्ता की

चीन के साथ वरिष्ठ सैन्य कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता के दौरान सोमवार को भारत ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से चीनी सैनिकों को शीघ्र और पूर्ण रूप से हटाये जाने पर बल दिया। यह वार्ता सीमा पर लंबे समय से जारी टकराव को दूर करने के लिए पांचसूत्री द्विपक्षीय समझौते के क्रियान्वयन पर केंद्रित रही। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी है।

02:17 (IST)22 Sep 2020
5जी तकनीकी विकसित करने के लिए भारत ने अमेरिका और इजरायल से हाथ मिलाया

सीमा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत ने एक अहम कदम उठाते हुए अमेरिका और इजरायल से हाथ मिलाया है। दरअसल अब ये तीनों देश मिलकर 5जी तकनीक को विकसित करने की दिशा में काम करेंगे। बता दें कि अभी दुनिया में 5जी तकनीक के मामले में चीन का दबदबा है। यही वजह है कि चीन की तरफ से भारत पर साइबर अटैक का खतरा बना हुआ है। अब भारत ने चीन को काउंटर करने और तकनीक के क्षेत्र में दबदबा बनाने के लिए अमेरिका और इजरायल से हाथ मिलाया है। तीनों देश मिलकर 5 जी तकनीक विकसित करने की दिशा में काम करेंगे। ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के हवाले से यह जानकारी सामने आयी है।

00:31 (IST)22 Sep 2020
पहली बार चीन से वार्ता में विदेश मंत्रालय का अधिकारी भी शामिल

चीन के साथ तप्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय का एक संयुक्त सचिव स्तर का अफसर और लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन भी शामिल रहे, जो अगले महीने 14 कोर के कमांडर के तौर पर सिंह का स्थान ले सकते हैं। यह पहली बार है जब इस पर्वतीय क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में विदेश मंत्रालय का एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल है। वहीं, चीनी पक्ष की अगुवाई दक्षिणी शिनजियांग सैन्य क्षेत्र के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन ने की।

21:51 (IST)21 Sep 2020
चीनी सेना जमकर कर रही युद्धाभ्यास, तोपों ने बरसाए गोले

भारत के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन की सेना अपने इलाके में युद्धाभ्यास भी कर रही है। इस दौरान चीनी तोपें जहां गोले बरसाने का अभ्यास कर रही हैं। वहीं जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का भी परीक्षण किया गया। चीनी सेना ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम की तैयारियों को भी परखा।

21:13 (IST)21 Sep 2020
अपनी एयरफोर्स की वीडियो में हॉलीवुड फिल्म की क्लिप का इस्तेमाल कर घिरा चीन

चाइनीज एयरफोर्स का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने खुद को ताकतवर दिखाने की कोशिश की है। हालांकि इस वीडियो को लेकर चीन सोशल मीडिया पर बुरी तरह से ट्रोल हो गया है। दरअसल एयरफोर्स की वीडियों में कुछ क्लिप हॉलीवुड फिल्मों की इस्तेमाल की गई हैं। जिसके चलते यूजर्स सोशल मीडिया पर चीन पर निशाना साध रहे हैं।

19:59 (IST)21 Sep 2020
कोर कमांडर की बैठक में लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन भी हुए शामिल

सूत्रों ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय का एक संयुक्त सचिव स्तर का अफसर और लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन भी शामिल रहे, जो अगले महीने 14 कोर के कमांडर के तौर पर सिंह का स्थान ले सकते हैं। यह पहली बार है जब इस पर्वतीय क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में विदेश मंत्रालय का एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल है। वहीं, चीनी पक्ष की अगुवाई दक्षिणी शिनजियांग सैन्य क्षेत्र के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन ने की।

18:47 (IST)21 Sep 2020
विदेश मंत्रियों के बीच बनी सहमति को लागू करना आज की कमांडर लेवल की मीटिंग का एजेंडा

सरकारी सूत्रों ने बताया कि सोमवार की वार्ता का एजेंडा 10 सितंबर को मास्को में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के इतर विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच बनी सहमति को लागू करने के लिए विशिष्ट समय-सीमा तय करने का है। इस सहमति में चार महीने से सीमा पर चल रहे गतिरोध को खत्म करना, सैनिकों को तेजी से हटाना, ऐसी कार्रवाइयों से बचना जिससे तनाव बढ़ सकता हो, सीमा प्रबंधन पर सभी समझौतों और प्रोटोकॉल का पालन करना तथा वास्तविक नियंत्रण रेख पर शांति बहाली के लिए कदम उठाना शामिल है।