पुणे। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उन्हें कोई शिकायत नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा के बीच 15 वर्ष पुराना गठबंधन टूटने के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। गठबंधन टूटने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को जिम्मेदार ठहराते हुए पवार ने कहा कि जब मैंने सोनिया गांधी से महाराष्ट्र में संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने की बात की तब उनका रुख प्रस्ताव के बारे में सकारात्मक था। यह तय किया गया कि सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर राज्य स्तर पर बातचीत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी से मुझे कोई शिकायत नहीं है। मैंने उन्हें गठबंधन को जारी रखने के बारे निस्संदेह रूप से सकारात्मक पाया। मैंने इस संबंध में राहुल (गांधी) का नाम भी नहीं लिया। पृथक विदर्भ राज्य की मांग के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि राकांपा हमेशा से अविभाजित महाराष्ट्र के पक्ष में रही है। पवार ने कहा कि पृथक राज्य के बारे में कोई निर्णय राजनीतिक नेताओं को नहीं लेना है। महाराष्ट्र के गठन के लिए खून बहा। मैं नहीं समझता कि विदर्भ के लोग पृथक राज्य के पक्ष में हैं। हालांकि अगर विदर्भ के लोग पृथक राज्य के पक्ष में जनादेश देते हैं तो हम उसका सम्मान करेंगे।
भाजपा विदर्भ में पृथक राज्य के गठन का समर्थन कर रही है जबकि शिवसेना इसका विरोध कर रही है। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के बारे में एक सवाल के जवाब में राकांपा अध्यक्ष ने कहा कि उनके शिवसेना के दिवंगत प्रमुख बाल ठाकरे से अच्छे संबंध थे लेकिन वर्तमान पीढ़ी से नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह पीढ़ियों का अंतर है।