पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। सोमवार को उनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यह जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें दिल्ली स्थित सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

साल 2012 से 2017 के बीच राष्ट्रपति रहे पोल्टू दा के टि्वटर हैंडल @CitiznMukherjee से इस बाबत लिखा गया- मैं आज किसी और काम से अस्पताल गया था। वहीं टेस्ट में मैं कोरोना पॉजिटिव पाया गया। मेरी गुजारिश है- पिछले हफ्ते जो मेरे संपर्क में आए हैं, वे कृपया खुद को आइसोलेट कर लें और अपना COVID19 परीक्षण भी करा लें।

सूत्रों के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया- पूर्व राष्ट्रपति की तबीयत फिलहाल ठीक है। वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। चूंकि, वह 84 वर्ष के हैं, इसलिए उन्हें लेकर खासा सतर्कता बरती जा रही है।

उनमें संक्रमण की पुष्टि के बाद साथी, राजनेता, फैंस और फॉलोअर्स उनकी सलामती के लिए दुआ करने लगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, “प्लीज, अपना ख्याल रखें सर। हम आपके जल्द से जल्द ठीक होने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए कामना करते हैं।”

पूर्व दिल्ली बीजेपी चीफ अजय माकन ने भी लिखा, “सर, आपके जल्द ठीक होने की दुआ मांगता हूं और खूब जिएं और स्वस्थ रहें।”

राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा- मुझे पता लगा कि प्रणब दा संक्रमित हो गए हैं…मैं उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हूं। कामना करता हूं कि वह जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।

पूर्व राष्ट्रपति से पहले अब तक चार केंद्रीय मंत्री कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इसी माह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोरोना हुआ था। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी संक्रमित हो चुके हैं।

वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, कांग्रेसी नेता सिद्दारमैया में भी इस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।

प्रधान के अलावा केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और संसदीय मामलों के मंत्रालय का काम देखने वाले अर्जुन राम मेघवाल भी कोरोना की चपेट में आए हैं। दोनों की टेस्ट रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई थी।

बता दें कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अभी तक 15,35,743 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 54,859 लोग ठीक हुए। देश में मरीजों के ठीक होने की दर 69.33 प्रतिशत है। वहीं मृत्यु दर गिरकर दो प्रतिशत के करीब पहुंच गई है।