एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता रोहित पवार मुंबई के ईडी ऑफिस पहुंच चुके हैं। उनके साथ एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मौजूद हैं। हालांकि वे ईडी ऑफिस के अंदर नहीं गईं। दरअसल, महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक घोटाले के मामले में ईडी ने रोहित पवार को ईडी ऑफिस बुलाया है। इसके पहले पेशी के लिए ईडी ने रोहित पवार को समन जारी किया था। मामले को देखते हुए मुंबई में ईडी दफ्तर के बाहर भारी सुरक्षा तैनात की गई है।
ईडी द्वारा समन की सूचना मिलने के बाद एससीपी प्रमुखे शरद पवार और एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले भी मुंबई में पार्टी ऑफिस पहुंचे। इसके अलावा एनसीपी-शरद पवार गुट के कार्यकर्ता रोहित पवार के समर्थन में ईडी ऑफिस के बाहर एकत्रित हो गए। हंगामे की आशंका में ईडी दफ्तर के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
शरद पवार के छुए पैर
इस दौरान राकांपा सांसद सुप्रिया सुले और पार्टी के अन्य नेता ईडी दफ्तर के गेट तक विधायक रोहित पवार के साथ गए। विधायक सुबह करीब साढ़े 10 बजे दक्षिण मुंबई के बेलार्ड एस्टेट स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। ईडी के दफ्तर जाने से पहले रोहित पवार पास में स्थित राकांपा कार्यालय गए और शरद पवार से मुलाकात की, उनके पैर छुए और पार्टी के अन्य नेताओं से भी बातचीत की। उन्होंने विधान भवन का भी दौरा किया और छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा और भारतीय संविधान की पट्टिका को नमन किया।
रोहित पवार के ईडी ऑफिस में प्रवेश करने से पहले सुले ने उन्हें भारतीय संविधान की एक प्रति सौंपी। सुले ने रोहित पवार को गले लगाया। इसके बाद रोहित ने ईडी के कार्यालय में जाने से पहले सुले के पैर छुए। राज्यभर से यहां आए सैकड़ों राकांपा कार्यकर्ता दक्षिण मुंबई स्थित पार्टी कार्यालय में एकत्र हुए। उन्होंने रोहित पवार के समर्थन में नारे लगाए और ईडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
रोहित पवार ने कहा- पूछताछ में करेंगे सहयोग
राकांपा कार्यालय में प्रवेश करते समय रोहित पवार ने मीडिया से कहा कि उन्होंने पहले भी ईडी का सहयोग किया है और भविष्य में भी ऐसा करेंगे। कर्जत जामखेड से राकांपा विधायक ने कहा, ‘‘अधिकारी अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने जो भी दस्तावेज मांगे हैं, हमने उन्हें दे दिया है। मैं उनके सामने पेश होऊंगा और वे जो भी जानकारी मांग रहे हैं, मैं उन्हें दूंगा।’’
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की अगस्त 2019 की एफआईआर के बाद सामने आया। ईडी ने पांच जनवरी को रोहित पवार के स्वामित्व वाली कंपनी बारामती एग्रो और बारामती, पुणे, औरंगाबाद और कुछ अन्य स्थानों पर कुछ संबंधित संस्थाओं की तलाशी ली थी। मामला तब दायर किया गया था जब बंबई उच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र की मिलों को फर्जी तरीके से चीनी बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था। यह भी आरोप था कि चीनी को औने-पौने दाम पर बेचा गया था।