कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एबीपी न्यूज के एक कार्यक्रम भाग ले रहे थे। इस दौरान एकंर ने दिग्विजय सिंह से पूछा आप अयोध्या कब जा रहे हो। एंकर के इस सवाल पर दिग्विजय सिंह भड़क गए और कहा कि क्या आपके कहने से अयोध्या जाऊंगा।

कांग्रेस नेता से एंकर ने पूछा कि आप हिंदू धर्म में विश्वास करते हैं? इस सवाल के जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि आप क्या मानते हो कि मैं हिंदू धर्म नहीं मानता। एंकर ने दूसरा सवाल पूछा कि फिर आप अयोध्या कब चल रहे? एंकर के इस सवाल पर दिग्विजय के तेवर तल्ख नजर आए। कांग्रेस नेता ने कहा कि अयोध्या क्या आपके कहने से चलूंगा, मेरी इच्छा होगी तब जाऊंगा। मैंने एक लाख 11 हजार रुपए चंदा दिया है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज ने राम मंदिर के लिए एक लाख रुपए चंदा दिया है। मैंने एक लाख 11 हजार रुपए चंदा दिया है। इस पर एंकर ने कहा कि आप बड़े हिंदू हो गए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बड़े-छोटे की बात नहीं है। मेरी लिए धर्म आस्था का प्रश्न है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने हमेशा राजनीति को विचानधारा से जोड़ा है और उसी के चश्मे से देखा है. इस देश में एक विचारधारा है जो कि सभी को साथ लेकर चलती है, ये सांप्रदायिक सद्भाव की विचारधारा है, गांधीवादी विचारधारा है।

कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा कि मोदी ने आज तक जो फैसले लिए, जैसे कि नोटबंदी, जीएसटी, कोविड के समय जो निर्णय लिए गए, इन्हें लेने के बाद पीएम सोचते हैं. फैसले लेने से पहले पीएम नहीं सोचते। उन्होंने आर्थिक फैसलों में चूक की है। आज हमारी अर्थव्यवस्था ऐसे दौर से गुजर रही जब एक डॉलर की कीमत 80 रुपये तक पहुंच गई है। पहले कांग्रेस के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी ने खुद इसे मुद्दा बनाया था।

नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसों का कोई लेनदेन नहीं हुआ। जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वो गलत हैं। चोरी, गबन जैसे आरोप बेबुनियाद हैं।