देश में कोरोना वैक्सीन का सबको इंतजार है। इस बारे में दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा कि केंद्र सरकार के अनुसार जनवरी 2021 में कोरोना वैक्सीन आ सकती है।

डायल सीईओ ने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट कोरोना वैक्सीन की हैंडलिंग को लेकर पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारे पर 27 लाख वैक्सीन की स्टोरेज क्षमता है। कोरोना वैक्सीन के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए प्रोजेक्ट संजीवनी के तहत काम किया जाएगा। डायल सीईओ ने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट के दोनों कार्गो टर्मिनल्स वैक्सीन के रखरखाव के लिए कूल चैंबर्स से पूरी तरह से तैयार हैं। जयपुरियार ने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट पर हम किसी भी समय 27 लाख वैक्सीन स्टोर कर सकते हैं।

यदि हम दिन में दो रोटेशन पूरा करने में सक्षम हुए तो 54 लाख वाइल को डिस्ट्रीब्यूट किया जा सकता है। डायल सीईओ ने कहा कि कोरोना वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन से जुड़े बुकिंग स्लॉट के लिए ट्रक मैनेजमेंट सिस्टम है। इसका उद्देश्य कोरोना वैक्सीन को ले जाने वाले ट्रकों का वेटिंग टाइम कम करना है।

सरकार कम से कम तीन कंपनियों की ओर से आपात स्थिति में टीके के इस्तेमाल की अनुमति के लिए किए गए आवेदनों पर विचार कर रही है।  इससे पहले केंद्र ने मंगलवार को कहा कि भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और फाइजर के कोविड-19 टीकों के लिए आपात उपयोग मंजूरी की खातिर उनके आवेदनों पर विचार किया जा रहा है।

दवा नियामक द्वारा इन कंपनियों से अधिक आंकड़ों की मांग करने से टीकाकरण समयसीमा पर असर नहीं पड़ेगा। वहीं, संसदीय समिति ने सरकार से अनुशंसा की है कि उचित विचार-विमर्श और पर्याप्त संख्या में लोगों पर परीक्षण होने के बाद ही कोरोना वायरस के किसी टीके के आपात स्थिति में इस्तेमाल की अनुमति प्रदान की जाए।

वहीं, भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय को जानकारी दी थी कि कोविड-19 के चार टीकों का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है और जब सुरक्षा के आंकड़े अनुकूल पाए जाएंगे और विषय विशेषज्ञ समिति इसकी समीक्षा कर लेगी तब इसे मंजूरी देने पर निर्णय किया जाएगा। साथ ही कहा कि किसी भी टीके की मंजूरी के लिए सटीक तिथि और समय इस चरण में नहीं बताया जा सकता।