Congress में नेतृत्व विवाद के बीच सोमवार को CWC बैठक में कोई खास हल न निकल सका। अध्यक्ष पद पर लगभग सात घंटे लंबा मंथन चला, लेकिन नया अध्यक्ष नहीं चुना गया। सोनिया गांधी ही फिलहाल अंतरिम अध्यक्ष रहेंगी। कांग्रेस कार्यसमिति ने सोनिया गांधी से पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बने रहने और संगठन को मजबूत करने के लिये बदलाव लाने का अनुरोध किया। पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई ने सोनिया गांधी को कुछ नेताओं द्वारा लिखे गए पत्र की पृष्ठभूमि में नेताओं को कांग्रेस का अनुशासन और गरिमा बनाए रखने के लिए अपनी बातें पार्टी के मंच पर रखने की नसीहत दी। साथ ही कहा कि किसी को भी पार्टी एवं इसके नेतृत्व को कमजोर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
‘अंदरूनी मामले मीडिया में न लाएं’: सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद पारित प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘पार्टी के अंदरूनी मामलों पर विचार-विमर्श मीडिया के माध्यम से या सार्वजनिक पटल पर नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस कार्य समिति ने सभी कार्यकर्ताओं व नेताओं को राय दी कि पार्टी से संबंधित मुद्दे पार्टी के मंच पर ही रखे जाएं, ताकि उपयुक्त अनुशासन भी रहे और संगठन की गरिमा भी।’’ कांग्रेस कार्य समिति ने कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी सोनिया गांधी को अधिकृत करती है कि वह जरूरी संगठनात्मक बदलाव के लिये कदम उठाएं। सीडब्ल्यूसी एकमत से उनसे यह निवेदन भी करती है कि कोरोना काल में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अगले अधिवेशन के बुलाए जाने तक वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के गरिमामय पद पर रहकर पार्टी का नेतृत्व करें।’’
क्या कहा गया प्रस्ताव में?: प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘पिछले छह महीनों में देश पर अनेकों विपत्तियां आई हैं। देश के सामने आई चुनौतियों में एक कोरोना महामारी है। तेजी से गिरती अर्थव्यवस्था व आर्थिक संकट, करोड़ों रोजगारों का नुकसान एवं बढ़ती गरीबी तथा चीन द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ व कब्जे के दुस्साहस का संकट है।’’ प्रस्ताव के अनुसार, ‘सीडब्ल्यूसी की स्पष्ट राय है कि इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पार्टी एवं इसके नेतृत्व को कमजोर करने की अनुमति न तो किसी को दी जा सकती है और न ही किसी को दी जाएगी। आज हर कांग्रेसी कार्यकर्ता एवं नेता की जिम्मेदारी है कि वह भारत के लोकतंत्र, बहुलतावाद व विविधता पर मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे कुत्सित हमलों का डटकर मुकाबला करे।’
जल्द से जल्द होगा चुनाव- पुनियाः CWC (कांग्रेस वर्किंग कमेटी) सदस्य, के.एच. मुनियप्पा ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, “मैडम (सोनिया गांधी) जारी रखेंगी। चुनाव जल्द से जल्द होगा जो कार्यसमिति का सर्वसम्मत निर्णय है।” इसी बीच, CWC सदस्य पी.एल. पुनिया ने बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की आज लंबी बैठक हुई। सभी ने सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी में संपूर्ण आस्था व्यक्त की और सोनिया गांधी जी को कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष बने रहने का अनुरोध किया। जो उन्होंने स्वीकार किया।
6 माह के भीतर भी हो सकता है कांग्रेस अधिवेशनः उनके मुताबिक, “अगला कांग्रेस अधिवेशन जल्द से जल्द बुलाया जाएगा। 6 महीने के अंदर भी हो सकता है। तब तक सोनिया गांधी जी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम करती रहेंगी। उन्होंने अपनी सहमति दी है।” वहीं, पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया- CWC ने एकमत से सोनिया गांधी से निवेदन किया है कि कोरोना काल में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अगले अधिवेशन के बुलाए जाने तक वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षा के गरिमामय पद पर नेतृत्व करें।
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— Shiv Aroor (@ShivAroor) August 24, 2020
‘राहुल गांधी को सौंपें कमान’, कांग्रेसी नेता का सोनिया को खून से खतः इसी बीच, दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड में काउंसलर और पूर्व कांग्रेस कैंडिडेट संदीप तंवर ने अपने खून से सोनिया गांधी को खत लिखा। इस पत्र में उन्होंने सोनिया से राहुल को पार्टी की कमान सौंपने के लिए कहा। तंवर बोले- राहुल ने पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है। बुरे समय में देश के लोगों की आवाज उन्होंने संसद से सड़क तक उठाई है। अगर राहुल को अध्यक्ष नहीं बनाया गया, तो यह फैसला पार्टी हित में नहीं होगा।
BJP ने साधा निशाना, कहा- खत्म हो गया अस्तित्वः कांग्रेस में पनपे नेतृत्व विवाद को लेकर बीजेपी ने देश के मुख्य विपक्षी दल पर निशाना साधा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में भाजपा सदस्यता कार्यक्रम में कहा, “कांग्रेस के कई नेताओं ने चिट्ठी लिखी मैडम सोनिया गांधी को कि अब तो नया अध्यक्ष चाहिए 24 घंटे वाला पूर्ण अध्यक्ष चाहिए और वो चिट्ठी देखकर के युवराज नाराज हो गए।”
#WATCH म. प्र. : ग्वालियर में भाजपा मेंबरशिप प्रोग्राम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, “कांग्रेस के कई नेताओं ने चिट्ठी लिखी मैडम सोनिया गांधी को कि अब तो नया अध्यक्ष चाहिए 24 घंटे वाला पूर्ण अध्यक्ष चाहिए और वो चिट्ठी देखकर के युवराज नाराज हो गए।” pic.twitter.com/zZSfTJRosJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 24, 2020
वहीं, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा- देखिए अब ये कुनबा टूट तो चुका है। सबकी अलग-अलग राय है परंतु सबकी मजबूरियां भी हैं उन मजबूरियों के कारण इनको फिर नेहरू गांधी परिवार के छाते के नीचे ही जाना पड़ता है। अलग-अलग तरीके से अपनी बात कह रहे हैं और अपने नंबर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच, उमा भारती ने भी कांग्रेस को ये सलाह दीः
#WATCH Gandhi-Nehru family’s existence is in crisis, their political dominance is over, Congress is finished.. so who stays in what position hardly matters now… Congress should return to Gandhi, the real ‘swadeshi’ Gandhi without any foreign element: BJP leader Uma Bharti pic.twitter.com/oZQVVmnl7Q
— ANI (@ANI) August 24, 2020