Coronavirus: देश में घातक कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है। खबर लिखे जाने तक भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक हजार के पार जा चुकी हैं जबकि 26 लोगों की इसके संक्रमण से मौत हो चुकी है। वायरस देशभर में ना फैले इसके लिेए पीएम मोदी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की और लोगों से घरों में ही रहने की अपील की गई है। पीएम की अपील के बावजूद प्रवासी मजदूर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं।
शनिवार (28 मार्च, 2020) रात करीब साढ़े बारह बजे जब यूपी के बिजनौर जाने वाली एक बस गाजियाबाद के लालकुआं पहुंची तो कुछ ही सेकेंडों में दिल्ली और हरियाणा से 12 घंटे रातभर पैदल चलकर आए लोग बस के दरवाजे-खिड़कियों से अंदर घुसने लगे। कुछ ही सेकंड में बस खचाखच भर गई। इस दौरान एक बच्ची बस की खिड़की में फंस गई। हालांकि कंडक्टर की कोशिशों के बाद बच्ची किसी तरह उसके पिता के पास पहुंच सकी।
Coronavirus in India LIVE Updates: कोरोना से जुड़ी पल-पल की खबर इस लिंक पर क्लिक कर पढ़िए
उल्लेखनीय है कि बस खचाखच भर गई फिर बहुत से मजदूर अंदर चढ़ने की कोशिश करते हुए देखे गए। काफी कोशिशों के बाद बस में नहीं चढ़ सके एक मजदूर ने कहा, ‘मैं बचूंगा नहीं…प्लीज मुझे घर ले जाओ।’ बता दें कि कोरोना के भय के चलते प्रवासी लोग लगातार शहरों को छोड़कर अपने घरों की तरफ पैदल ही निकल पड़े हैं।
ऐसे ही शनिवार को एक 38 वर्षीय शख्स की दिल्ली से आगरा पैदल जाते रास्ते में मौत हो गई। मामले में अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी मौत दिल का दौड़ा पड़ने से हुई। जांच अधिकारियों के मुताबिक रणवीर सिंह गुरुवार को पैदल दिल्ली से चले और शनिवार शाम को नेशनल हाईवे-2 पर उनका शव बरामद हुआ।
हरीवर्वत के सर्किल ऑफिसर सौरभ दीक्षित ने बताया, ‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक मृतक को लंबे समय से बीमारी थी। हालांकि बिना तथ्यों की पुष्टि नहीं की जा सकती कि यात्रा के दौरान उन्हें कोई चोट तो नहीं लगी। रणवीर अपनों दोस्तों के साथ लौट रहे थे, जिन्होंने हमें घटना की जानकारी दी।’
अधिकारियों के मुताबिक रणवीर रणवीर दिल्ली के तुगलकाबाद में डिलिवरी स्टाफर का काम करते थे। वह मूल रूप से मध्य प्रदेश के मुरैना के रहने वाले थे। अधिकारियों का मानना है कि वह दिल्ली-मथुरा राजमार्ग के माध्यम से मध्य प्रदेश की सीमा की तरफ यात्रा कर रहे थे।
Coronavirus से जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: कोरोना वायरस से बचना है तो इन 5 फूड्स से तुरंत कर लें तौबा | जानिये- किसे मास्क लगाने की जरूरत नहीं और किसे लगाना ही चाहिए |इन तरीकों से संक्रमण से बचाएं | क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?
इसी तरह विनय कुमार को यूपी के हरदोई जाना है। खबर लिखे जाने तक 22 वर्षीय कुमार अपनी बेटी के साथ बस का इंतजार करते देखे गए। नोएडा में कपड़े के यूनिट बंद होने के बाद महज 150 रुपए के साथ वो अपने बेटी के साथ घर की तरफ निकल पड़े। वो पूछते हैं, ‘हम अपने गांव तक कैसे पहुंचेंगे?’ ऐसे ही एक 43 वर्षीय दयाराम है, जो लॉकडाउन की घोषणा होने से पहले आठ हजार रुपए कमाए। अब उनके पास पॉलीथीन में दो केले हैं।
