Coronavirus in India: घातक कोरोना वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है। भारत में पिछले महज नौ दिनों से इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या पांच गुना बढ़कर 100 से 500 के पार जा चुकी है। 15 मार्च को देश में कोरोना संक्रमण के 110 मामले सामने आए जो मंगलवार (24 मार्च, 2020) को बढ़कर 519 पहुंच गए। इनमें 39 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि दिल्ली में इस संक्रमण से शख्स की मौत के बाद आंकड़ा बढ़कर दस पहुंच गया। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने दिल्ली में इस मौत की पुष्टि की, हालांकि मामले में ज्यादा जानकारी नहीं दी।

इसी बीच वायरस के संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए भारत में कुछ राज्य जैसे गुजरात, असम, झारखंड, गोवा और मध्य प्रदेश में हॉस्पिटल तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों की खरीद में तेजी लाने को कहा है। एम्स द्वारा एक वेंटिलेटर प्रोटोटाइप पर विचार चल रहा है और सरकार उनके निर्माण के लिए पीएसयू के साथ बातचीत कर रही है।

सरकार ने एक बयान जारी कर कहा, ‘केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों को COVID-19 की चुनौती का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त चिकित्सा सुविधाओं जैसे अस्पतालों, नैदानिक ​​प्रयोगशालाओं, आइसोलेशन वार्डों, मौजूदा सुविधाओं के विस्तार और उन्नयन के लिए वित्तीय संसाधन तैनात करने के लिए कहा है। मरीजों के इलाज के लिए इन सुविधाओं को वेंटिलेटर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, मास्क और दवाओं से अच्छी तरह से सुसज्जित करने की आवश्यकता है।’

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राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों से COVID रोगियों के लिए अस्पताल बनाने के लिए कहा। साथ ही कहा कि राज्य फुलप्रूफ निगरानी और संपर्क ट्रेसिंग सुनिश्चित करें, जिसका विवरण स्वास्थ्य ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया जाए। राज्यों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि आवश्यक सेवाएं और आपूर्ति में कोई बाधा ना आए। इनमें अस्पताल, चिकित्सा दुकानें और दवाएं, टीके, सैनिटाइजर, मास्क और चिकित्सा उपकरणों का निर्माण शामिल हैं।

पत्र में राज्य सरकारों से निगरानी के लिए सिविल मशीनरी को जुटाने और क्षेत्रीय स्तर पर तेजी से रैपिड रिस्पॉन्स टीमों को मजबूत करने के लिए कहा गया है, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी संदिग्ध COVID​​-19 मामले या उच्च जोखिम वाले व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाए।