उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता पुलिस के साथ मिलकर पर धर्मांतरण कानून को अमल में ला रहे हैं। यह दावा अमेरिकी गैर लाभकारी कंपनी फर्स्ट लुक मीडिया (First Look Media) के ऑनलाइन पब्लिकेशन The Intercept की एक रिपोर्ट में किया गया है।

बेतवा शर्मा और अहमर खान की लिखी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हिंदू राष्ट्रवादी समूहों और संगठनों के लोग आखिर किस तरह “हिंदू लड़कियों और समाज को बचाते हैं।” वे हिंदू लड़कियों के साथ मुस्लिम लड़कों के साथ घर छोड़कर चले जाने की जानकारी मिलते ही हरकत में आ जाते हैं।

पड़ताल के दौरान रिपोर्टरों ने यह भी पाया कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता पुलिस अफसरों को फोन कर भागे हुए ऐसे जोड़ों के बारे में न सिर्फ जानकारी मांगते हैं, बल्कि उनके फोन सर्विलांस पर लगाने की मांग उठाते हैं। साथ ही समय समय पर संबंधित जानकारी को आपस में साझा करते हैं। खबर में बिजनौर (यूपी) के 23 वर्षीय बजरंग दल के नेता आशीष बालियान के हवाले से बताया गया, “हर स्कूल की सभी कक्षाओं में हमारे लड़के हैं।”

वहीं, हरदोई जिला में बजरंग दल नेता पवन रस्तोगी (34) ने बताया, “विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता जो काम अपने दम पर करते हैं, उसे पुलिस का पूरा समर्थन मिलता है।” खबर लिखने वाली बेतवा ने जब इस खबर को शेयर करते हुए ट्वीट किया, तो उन्होंने इसमें जिक्र किया कि पश्चिमी यूपी में विहिप और बजरंग दल के नेता गैर-धर्म के जोड़ों को तोड़ने या अलग करने के लिए साम, दाम, दंड और भेद की नीति अपनाते हैं।

इसी को रीट्वीट करते हुए कांग्रेसी दिग्विजय सिंह ने RSS चीफ के हालिया बयान पर तंज कसा। पूछा, “मोहन भागवत जी, कृपया आपके इन शिष्यों को समझाएं। जब हम सभी का एक ही DNA है तो फिर “लव जेहाद” कैसा?” कांग्रेसी नेता ने इस मसले से जुड़ी खबर अपने फेसबुक अकाउंट से भी शेयर की। हालांकि, उन्होंने यहां कुछ लिखा नहीं।

क्या कहा था संघ प्रमुख ने?: दरअसल, यूपी के गाजियाबाद में चार जुलाई, 2021 को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा आयोजित ‘हिन्दुस्तानी प्रथम, हिन्दुस्तान प्रथम’ विषय पर कार्यक्रम में कहा था, सभी भारतीयों का डीएनए एक है और मुसलमानों को ‘‘डर के इस चक्र में’’ नहीं फंसना चाहिए कि भारत में इस्लाम खतरे में है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग मुसलमानों से देश छोड़ने को कहते हैं, वे खुद को हिन्दू नहीं कह सकते।