साल 2018 का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव बोलते दिखे रहे हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि गिरिराज सिंह ने दलितों की जमीन हड़प ली। गिरिराज सिंह के खिलाफ कोर्ट ने एफआईआर करने को कहा था। कोर्ट के आदेश के बाद भी बिहार पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। सुरेश शर्मा ने कलकत्ता में बिहार का कितना नाम रोशन किया सबको पता है। इसके बाद सदन में हंगामा होने लगा तो तेज प्रताप यादव अपनी सीट से उठ गए। इस बीच तेजस्वी यादव उनको बैठाने की कोशिश करते रहे।

इस बीच स्पीकर समझाने लगे कि कोई एक दूसरे को बीच में न टोके। इससे पहले तेजस्वी यादव ने सदन में कहा, ” चले तो जाते घटनास्थल पर, सुशील मोदी तो भाग गए। किस बात का डर था। आपके कितने मंत्री हैं नंदकिशोर जी याद मत दिलवाइए। हमारे पास सबके प्रमाण हैं, इस सत्र में सबकी पोल खोलेंगे।” तेजस्वी यादव कहने लगे कि 75 प्रतिशत मंत्री दागी हैं। सबका फोटो और वीडियो है। बीजेपी में जो जाता है सबका पाप धुल जाता है। हम तो सुनते थे कि गंगा में जो डुबकी लगाता है उसका पाप धुल जाता है लेकिन आज तो बीजेपी में जो जाता है उसका पाप धुल जाता है।

बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर सकते हैं। 29 अप्रैल को बंगाल में अंतिम चरण का मतदान होगा। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं को भाजपा के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया था। बनर्जी ने 15 शीर्ष विपक्षी नेताओं को लिखा था कि वे भाजपा के खिलाफ एकजुट हों।

राजद के कुछ शीर्ष नेताओं के मुताबिक, तेजस्वी, जिन्होंने पहले ही पश्चिम बंगाल चुनावों में अपनी पार्टी का समर्थन टीएमसी को दिया है, टीएमसी के लिए प्रचार कर सकते हैं। राजद के मुताबिक धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने के लिए राजद ने अपने किसी भी उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारा है।

इस बीच कई टीएमसी उम्मीदवारों और नेताओं ने तेजस्वी से चुनाव में प्रचार करने का अनुरोध किया है। मालूम हो कि बंगाल में आठ चरणों में मतदान हो रहा है। 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।