Bihar Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी और उनके बेटे संतोष मांझी ने राजधानी नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता अमित शाह से मुलाकात की है। अमित शाह से मुलाकात के बाद जीतन राम मांझी एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो गए। इसकी जानकारी खुद मांझी ने दी।
अमित शाह से मुलाकात के बाद जानिए क्या बोले मांझी?
अमित शाह से मुलाकात के बाद जीतन राम मांझी ने कहा, ‘हम बहुत दिनों से बिहार सरकार के रीति रिवाज से बहुत दुखी रहे हैं। हमने उनके समक्ष ये उजागर करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने नहीं माना। पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता माने जा रहे हैं। अमित शाह और पीएम मोदी देश को आगे ले जा रहे हैं। हमने एनडीए में वापस आने का फैसला किया है और इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है और वो हमें आगे लेकर चलने को तैयार हो गए।’
संतोष मांझी ने क्या कहा?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा कि हम लोगों के बीच में सहमती बनी है और आज से हम NDA का हिस्सा रहेंगे। हम बिहार के साथ पूरे देश में NDA को मज़बूत करने का काम करेंगे और बिहार में नीतिश कुमार की सरकार को उखाड़ फेकेंगे। हमने आज औपचारिक रूप से NDA के साथ रहने की सहमती जताई है।
जीतनराम मांझी ने हाल ही में बिहार सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। नीतीश सरकार से समर्थन वापसी के बाद जीतनराम मांझी और उनके बेटे संतोष 19 जून को दिल्ली गए थे, लेकिन बिहार में उनकी गैरहाजिर में पार्टी के नेता उनका साथ छोड़ रहे हैं। 20 जून को जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ध्रुव लाल मांझी सहित आधा दर्जन कार्यकर्ता जेडीयू में शामिल हो गए। इसे जीतनराम मांझी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने ‘हम’ के प्रदेश अध्यक्ष ध्रुव लाल मांझी सहित पार्टी के कार्यकर्ता शफीर उल हक, रामेश्वर बैठा, विनय बैठा, संतोष बैठा, अशोक सिन्हा समेत कई कार्यकर्ताओं को जदयू की सदस्यता दिलाई थी। इस मौके पर जेडीयू कोटे से मंत्री बने रत्नेश सदा, अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान, लेशी सिंह और जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा मौजूद रहे।
पार्टी पर नहीं पड़ेगा कोई असर: श्यामसुंदर शरण
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने दावा किया है कि इन नेताओं के जदयू में शामिल होने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्यामसुंदर शरण ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष ध्रुव लाल मांझी काफी पहले से पार्टी से किनारा कर चल रहे थे। कई बैठकों में उन्हें बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं पहुंच रहे थे और नाराज चल रहे थे। शरण ने कहा कि यह सभी महत्वाकांक्षी लोग हैं। इन लोगों को लोकसभा का टिकट चाहिए, इसलिए नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हुए हैं। बाकी कोई नहीं गया है, जो लोग गए वो पहले से जेडीयू के साथ थे।
14 जून को संतोष मांझी ने नीतीश मंत्रिमंडल से दे दिया था इस्तीफा
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री संतोष सुमन उर्फ संतोष मांझी ने 14 जून को नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अपने बेटे के साथ जीतन राम मांझी 19 जून को दिल्ली चले गए। दिल्ली जाने से पहले जीतन राम मांझी और संतोष मांझी ने सबसे पहले बिहार के राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात की थी। उसी दिन देर शाम को दिल्ली रवाना हो गए थे। इस दौरान जीतन राम मांझी ने कहा था कि हम लोग दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे।
