नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA)ने जेईई और नीट परीक्षाओं को लेकर स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना महामारी के बीच परीक्षाओं की तारीख टाली नहीं जाएगी। राजनीतिक पार्टियां और तमाम जानकारों की मांग है कि कोरोना महामारी को देखते हुए परीक्षा की तिथि फिलहाल स्थगिति कर देनी चाहिए। इसी कड़ी में बिहार के पूर्व सांसद और अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले पप्पू यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि छात्र बस और ट्रेन के जरिए आते जाते हैं जो अभी बंद है। वह आपकी तरह 8000 करोड़ के चार्टर्ड प्लेन से सफर नहीं करते हैं। पप्पू यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है, नरेंद्र मोदी जी, छात्र आपकी तरह 8000 करोड़ के चार्टर्ड प्लेन से #IIT_NEET की परीक्षा देने नहीं जाते हैं। वह ट्रेन और बस में लदकर जाते हैं, जो अभी चल नहीं रहा। तो आपको इतनी-सी बात समझ नहीं आ रही है कि वह जाएंगे कैसे परीक्षा देने। माल लेकर उनकी जान के दुश्मन क्यों बने हैं?
नरेंद्र मोदी जी,
छात्र आपकी तरह 8000 करोड़ के चार्टर्ड प्लेन से #IIT_NEET की परीक्षा देने नहीं जाते हैं।
वह ट्रेन और बस में लदकर जाते हैं, जो अभी चल नहीं रहा। तो आपको इतनी-सी बात समझ नहीं आ रही है कि वह जाएंगे कैसे परीक्षा देने।
माल लेकर उनकी जान के दुश्मन क्यों बने हैं?
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) August 26, 2020
आदित्य ठाकरे और ममता बनर्जी ने भी की मांग: नीट और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा को टालने की मांग बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे भी कर चुके हैं। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर NEET और JEE परीक्षा स्थगित करने के लिए अपील की है ।आदित्य ठाकरे ने भी NEET और JEE परीक्षा को स्थगित करने के लिए पीएम मोदी (PM Modi) को पत्र लिख गुजारिश की है। उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।
बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) सितंबर में होने जा रही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं (नीट और जेईई) के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने, एक सीट छोड़कर बैठाने, प्रत्येक कमरे में कम उम्मीदवारों को बैठाने और प्रवेश-निकास की अलग व्यवस्था जैसे कदम उठाएगी। इन प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करने की बढ़ रही मांग के बीच एनटीए यह व्यवस्था कोविड-19 महमारी के मद्देनजर केंद्रों पर सामाजिक दूरी के नियम का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए करेगी।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने हालांकि, जोर दिया है कि परीक्षाएं निर्धारित समय पर ही होंगी। संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) या जेईई एक से छह सितंबर के बीच होगी जबकि राष्ट्रीय अर्हता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) परीक्षा 13 सितंबर को कराने की योजना है। एनटीए ने बयान में कहा, ‘‘ जेईई के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से बढ़ाकर 660 की गई है जबकि नीट परीक्षा अब 2,546 केंद्रों के बजाय 3,843 केंद्रों पर होगी। जेईई कंप्यूटर आधारित परीक्षा है जबकि नीट पारंपरिक तरीके से कलम और कागज पर होती है।’’