योगी सरकार की ठोंक दो वाली नीति पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के दिए बयान के बाद देश में नई बहस शुरू हो गई है। इसी मुद्दे पर एक टीवी न्यूज डिबेट में एमआईएमआईएम नेता ने पूछ दिया कि आप (सरकार) ठोंक देंगे? एंकर ने इस पर उन्हें दो टूक जवाब दिया और कहा-…तो क्या माफिया की आरती उतारी जाए?
दरअसल, यह मामला हिंदी समाचार चैनल ‘Republic Bharat’ से जुड़ा है। सोमवार को प्राइम टाइम डिबेट शो ‘Puchta hai Bharat’ में इसी मुद्दे पर चर्चा हो रही थी। इसी बीच, अर्णब ने कहा, “अपराधियों की जाति-धर्म पर सवाल उठा रहे हैं? आपके पास मुद्दे नहीं है।” पठान ने इस पर कहा- भाजपा के पास सारे मुद्दे खत्म हो गए हैं, इसलिए बीजेपी उसी मुद्दे से हट गई है, जिस पर किसान आंदोलन कर रहे हैं।”
महंगाई, गैस, तेल और बेरोजगारी आदि का जिक्र करते हुए उन्होंने आगे कहा- ये डेटा है। यूपी में एनकाउंटर में 37 फीसदी मुस्लिमों की जान गई, क्योंकि यूपी सीएम ने एक नारा दिया- ठोंक दो। वह संविधान को मानते नहीं। धर्मनिरपेक्षता को नहीं मानते हैं। वह ‘ठोंक दो’ को मानते हैं।
डिबेट में मौजूद भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से उन्होंने पूछा- अगर वह संविधान को मानते हैं, तो आप यूपी सीएम के ठोंक दो वाले बयान का खंडन कर दीजिए। माफी मांगिए, पूरे देश से।
अर्णब ने इस पर उन्हें टोका और त्रिवेदी को सुझाव दिया, “आप इस शो के बाद सीएम योगी से बात करें। बताएं कि अगली बार कोई भी पुलिस वाला एनकाउंटर से पहले गुंडे से बोले कि वह बंदूक नीचे कर अपना आधार कार्ड दिखाए। बताए किस धर्म और जाति का है। फिर तय करे कि आगे क्या करना है। वारिस जी तब खुश हो जाएंगे। क्यों खुश होंगे न?”
अर्णब ने यह बात एआईएमआईएम नेता पर तंज कसते हुए कहीं। इसी पर पठान का जवाब आया- कोर्ट कचहरी बंद कर दो। सबके हाथ में बंदूक दे दीजिए कि जो भी अपराधी पकड़ा जाए, उसे कोर्ट ले जाने की जरूरत नहीं है। गोली मार दीजिए। आप यही कहना चाहते हैं न? संविधान की धज्जियां क्यों उड़ा रहे हैं? पत्रकार ने इस पर कहा, “वारिस पठान ने कहा ठोंको वाली बात नहीं चलेगी, मैं पूछता हूं कि आरती उतारें क्या माफिया की?” देखें, डिबेट में आगे क्या हुआः

