अयोध्या में जमीन विवाद और उसमें कथित रूप से पैसों के हेरफेर को लेकर विपक्ष के निशाने पर भाजपा और रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास है। इस मुद्दे पर भाजपा और न्यास के कई बार सफाई देने और स्पष्टीकरण करने पर भी विपक्ष केंद्र और प्रदेश की सरकारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है। हालांकि भाजपा का कहना है पूरी डील नियमों के तहत और पारदर्शी तरीके से की गई है।

इस मामले में आजतक के डिबेट में एंकर चित्रा त्रिपाठी ने पूछा कि अयोध्या जमीन मामले में कहा जा रहा है कि जमीन की मार्केट रेट से कम पैसे दिए गए हैं, यह मामला तो है ही। कांग्रेस के प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि ये सिर्फ जमीन को बेचने का प्रश्न नहीं है। भाजपा और उनके अनुयायियों ने समूचे 130 करोड़ लोगों की आस्था को बेच दिया, शर्मसार कर दिया। “काठ की माला की आले के बीच डाला सूत, माला बेचा रे क्या किया आके फूल।” इन कपूतों ने भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा का हनन किया है।

उनके इस तरह बोलने पर भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि “यह सास बहू साजिश का डायलॉग है। वह दो बजे आता है। अभी कहां आप बोल रहे हैं।” कांग्रेस नेता अभय दुबे ने कहा कि “अरे सुनिए संबित पात्रा- बौखलाइए नहीं, प्रतिष्ठा का हनन करके प्राणों की आहूति कर सकते हो।”

उन्होंने कहा कि सुन लो पात्रा जी, इन कपूतों ने भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का हनन किया है। क्या आपने लैंड रेवन्यु कोट पढ़ा है? खसरा-खतौनी देखी है आपने। आपने कहा मामले में लिटिगेशन था, तो लिटिगेशन में होते हुए रजिस्ट्रेशन कराया तो यह फार्जरी का केस है।”

आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दीपक वाजपेयी ने कहा कि 18 मार्च को 7.10 पर एग्रीमेंट आफ सेल हुआ है। उसमें जो प्रपत्र आप दिखा रहे हैं, उसमें 50 लाख रुपए पेशगी बता रहे हैं उसका मेंशन कहां है। अगर मेंशन नहीं है तो क्या प्राइस ढाई करोड़ रुपए है। यदि ढाई करोड़ नहीं है तो जमीन डेढ़ करोड़ की हुई, दो करोड़ की नहीं है।