आज तक पर डिबेट के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया कहने लगे कि बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला की आवाज इसलिए नहीं आ रही है क्योंकि भगवान राम नहीं चाहते हैं कि ये लोग बोलें क्योंकि बीजेपी वाले जब भी बोलतें हैं झूठ बोलते हैं। जवाब में डिबेट में प्रेम शुक्ला कहने लगे कि सपा के लोग बाबर को आत्मसात करते हैं राम को नहीं कर सकते। राम को करते तो कारसेवकों पर गोली नहीं चलाते। बीच में अनुराग भदौरिया बीजेपी नेता को टोकने लगे तो प्रेम शुक्ला मौन धारण करने की बात करने लगे।
डिबेट में बीजेपी नेता प्रेम शुक्ला कहने लगे कि रामभक्तों पर गोली चलाने वाले राम भक्त नहीं हो सकते। राम भक्त वे हैं जिनके कार्यकाल में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। प्रवक्ता आरोप लगाने लगे कि अखिलेश यादव सीएम थे तो संतों की पिटाई कराते थे, हर चौराहे पर गौकशी होती थी। डिबेट में अनुराग भदौरिया कहने लगे कि बीजेपी वाले भगवान राम की राजनीति करते हैं जबकि सपा के लोग राम के आचरण पर चलने की कोशिश करते हैं।
बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से उत्तर प्रदेश की जनता कि नाराजगी देखकर लगता है कि उनकी पार्टी राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें हासिल करेगी।
बीजेपी प्रवक्ता @PremShuklaBJP ने साधा समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर निशाना
देखिए #Dangal @chitraaum के साथ #UttarPradesh #politics pic.twitter.com/0L3uofDoC4— AajTak (@aajtak) August 5, 2021
सपा अध्यक्ष ने भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ अपनी साइकिल यात्रा शुरू करने से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया, ‘‘सरकार हर मुद्दे पर नाकाम है। अभी तक हम 350 बोलते थे लेकिन जिस तरह की नाराजगी जनता के बीच है, हो सकता है हम 400 सीटें जीत जाएं। आज तो स्थिति ऐसी है कि भाजपा के पास प्रत्याशी कम पड़ जाएंगे। प्रत्याशी टिकट ही नहीं मांगेंगे।’’
यादव के 400 सीटें जीतने के दावे पर योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘‘400 का सपना देख रहे सपा नेता के सामने चुनाव में 40 सीटें बचाने की बड़ी चुनौती है।”
अखिलेश ने आरोप लगाया कि पिछले रविवार को मिर्जापुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली में दावा किया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने 2017 के चुनावी घोषणापत्र के सभी वादे पूरे किए हैं, लेकिन सच यह है कि भाजपा ने अभी तक अपना घोषणापत्र खोलकर देखा तक नहीं है।