वक्फ (संशोधन) विधेयक लोकसभा में पारित हो गया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि वक्फ के पास सबसे अधिक संपत्ति है। अगर इसका सही इस्तेमाल किया गया होता तो गरीब मुस्लिमों का काफी फायदा होता। उससे पहले विपक्षी दलों ने संसद भवन में बैठक की, जिसमें इस विवादास्पद विधेयक को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई। वहीं, वक्फ संशोधन विधेयक पर उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने कहा, “गरीब मुसलमानों को PM मोदी से उम्मीदें हैं और इसीलिए हमने इस संशोधन विधेयक का नाम ‘उम्मीद’ रखा है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू उम्मीद की किरण हैं…PM मोदी सरकार ने तय किया है कि वे गरीब मुसलमानों को मुख्यधारा में लाएंगे। यह ’70 साल बनाम मोदी कार्यकाल’ है। विपक्ष के पास 70 साल थे और उन्होंने जो कर सकते थे किया। उन्होंने वक्फ को लूटा। अमीरों ने गरीबों के हक लूटे। देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें jansatta.com
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), शिवसेना और समाजवादी पार्टी ने लोकसभा के अपने सभी सांसदों को 2 और 3 अप्रैल को सदन में उपस्थित रहने और वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा में भाग लेने के लिए व्हिप जारी किया है। वहीं, गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव इलाके में स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में आग लग गयी। एक गोदाम में आग लगने के बाद गुरुग्राम, नूंह और झज्जर से दमकल गाड़ियों को बुलाया गया है हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। गुजरात के सूरत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ मूवमेंट के तहत माधवपुर मेले का आयोजन किया गया। पढ़ें- देशभर के मौसम का हाल
लोकसभा में राष्ट्रपति शासन का प्रस्ताव लाया गया है। कांग्रेस के शशि थरूर ने कहा कि हमारी मांग नहीं सुनी गई। लालजी वर्मा ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि इस बिल को वापस लेना चाहिए। ये नौकरशाही को बढ़ावा दे सकता है। ये मुस्लिम समाज का विश्वास कमजोर कर सकता है।
गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि वक्फ की संपत्ति को संरक्षित करने के लिए इस बिल की क्या जरूरत है? उन्होंने कहा कि रिजर्वेशन ये सरकार खा गई है लेकिन अल्पसंख्यकों का इतना ख्याल है।
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बुधवार को कहा कि वक्फ की 90 प्रतिशत से अधिक संपत्ति विवादित है और मामले अदालत में लंबित हैं। यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान राज्यपाल खान ने यह बात कही।
खान ने कहा, “कॉलेज, विश्वविद्यालय या अनाथालय चलाने जैसे धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल की जा रही वक्फ संपत्ति ढूंढना मुश्किल है और इससे केवल अमीर वर्ग के उद्देश्य की पूर्ति की जा रही हैं।”
अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि किसी की जमीन घोषणा मात्र से वक्फ नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ अपनी संपत्ति दान की जा सकती है, गांव की संपत्ति का दान नहीं कर सकते।
अमित शाह ने कहा- वक्फ में जो दान देता है उसका बहुत महत्व है। दान उस चीज का ही किया जा सकता है जो हमारा है, सरकारी संपत्ति का दान मैं नहीं कर सकता, किसी और की संपत्ति का दान मैं नहीं कर सकता।
वक्फ संशोधन विधेयक को कांग्रेस की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति का अंतिम संस्कार करने वाला’’ बताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि इस विधेयक से स्पष्ट है कि देश संविधान के अनुसार ही चलेगा। सदन में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर चर्चा में भाग लेते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि अब वक्फ को बदलने का वक्त आ गया है क्योंकि यह भ्रष्टाचार और अत्याचार का अड्डा बन गया है, भारत को वक्फ के खौफ से आजादी चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मैं अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी द्वारा पेश किए गए विधेयक का समर्थन करता हूं। मैं दोपहर 12 बजे से चल रही चर्चा को ध्यान से सुन रहा हूं…मुझे लगता है कि कई सदस्यों के बीच कई गलतफहमियां हैं, चाहे वह वास्तविक हो या राजनीतिक। साथ ही, इस सदन के माध्यम से उन गलतफहमियों को पूरे देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है…”
Waqf Amendment Bill LIVE Updates: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “वक्फ संशोधन विधेयक कैबिनेट से पास होकर संसद में पेश हुआ था। इसे जेपीसी के पास भेजा गया था। वहां इस पर विस्तार से चर्चा हुई थी। आज फिर सदन में इस पर चर्चा हो रही है। विधेयक में देश के गरीब मुसलमानों के लिए सब कुछ अच्छा है। पूरे वक्फ बोर्ड को, जो मुट्ठी भर लोगों की कैद में था, उससे बाहर निकलने का रास्ता बना दिया गया है। इससे कांग्रेस, सपा और टीएमसी बेचैन हैं।”
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक की निंदा करते हुए इसे संविधान के तहत मुसलमानों को मिली धार्मिक स्वतंत्रता के ‘उल्लंघन का प्रयास’ करार दिया। कमलेश ने यह भी कहा कि यह विधेयक बेरोजगारी और महंगाई जैसे विभिन्न मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का प्रयास है।
अनुराग ठाकुर ने कहा, “यह विधेयक नहीं बल्कि उम्मीद (Unified Waqf Management Empowerment, Efficiency and Development) है। इस उम्मीद में सशक्तिकरण, दक्षता और विकास है। इसे देखते हुए देश के लोग इसका समर्थन कर रहे हैं। कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया, चर्च ऑफ भारत, केरल काउंसिल ऑफ चर्चेज और केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल, ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जैसे कई संगठनों ने इसका समर्थन किया है। मैं इसके लिए उनका धन्यवाद करता हूं। वक्फ में संशोधन का समय आ गया है क्योंकि यह अत्याचार और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। इसे समाप्त करने और संशोधित करने का समय आ गया है। भारत को वक्फ के डर से मुक्ति चाहिए क्योंकि कांग्रेस के शासन के दौरान बने वक्फ कानून का मतलब था ‘खाता न बही, जो वक्फ कहे वही सही’…”
बीजेपी के अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम और महिला विरोधी है। मात्र दो सौ लोगों के हाथ में वक्फ की संपत्ति है। कांग्रेस के समय बना वक्फ कानून संविधान से भी ऊपर है।
बीजेपी के अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह कानून हिंदू बनाम मुस्लिम नहीं है। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यह बिल कांग्रेस पार्टी के ताबूत में आखिरी कील का काम करेगा।
केंद्रीय मंत्री और जेडीयू सांसद राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा- वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही है। चर्चा की शुरुआत से ही ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की गई है जैसे बिल मुस्लिम विरोधी है…लेकिन बिल मुस्लिम विरोधी बिल्कुल नहीं है…वक्फ एक तरह का ट्रस्ट है जो मुसलमानों के हित में काम करने के लिए बनाया गया है। यह कोई धार्मिक संगठन नहीं है…ट्रस्ट को मुसलमानों के सभी वर्गों के साथ न्याय करने का अधिकार है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है…आज एक नैरेटिव बनाया जा रहा है। पीएम मोदी की आलोचना की जा रही है, अगर आपको वह पसंद हैं तो उनकी तरफ न देखें। लेकिन उनके अच्छे काम की सराहना करें।
टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने वक्त (संशोधन) विधेयक, 2025 को राज्यों के अधिकारों पर अतिक्रमण करने वाला बताते हुए बुधवार को दावा किया कि संसद को इस संबंध में कानून पारित करने का कोई अधिकार नहीं है। विधेयक पर सदन में हुई चर्चा में भाग लेते हुए बनर्जी ने कहा कि मुसलमानों को अपनी संपत्ति का अधिकार है और वक्फ संपत्ति मुस्लिम समुदाय की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान है। उन्होंने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि ऐसे कानून पारित करने का अधिकार केवल राज्यों का है और यह विधेयक पूरी तरह असंवैधानिक है।
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को लेकर बुधवार को लोकसभा में चर्चा के बीच मध्यप्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि तुष्टीकरण की नीति के कारण वक्फ कानून में प्रस्तावित बदलाव का विरोध किया जा रहा है।
विजयवर्गीय ने इंदौर में कहा, “विपक्ष, तुष्टीकरण के नीति के कारण वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध कर रहा है। वक्फ बोर्ड में मुस्लिमों के मुकदमे बड़ी तादाद में लम्बित हैं। वक्फ कानून में बदलाव का सर्वाधिक लाभ मुस्लिम समुदाय को ही होगा।”
जदयू के नेता ललन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी पारदर्शिता के लिए वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करती है। ललन सिंह ने कहा कि वक्फ का गलत इस्तेमाल करने वाले ही इसका विरोध कर रहे हैं।
जदयू के नेता ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुस्लिमों के लिए जितना काम किया, उतना किसी ने नहीं किया। हमारी पार्टी बिना विवाद के मुस्लिमों को आगे बढ़ाने का काम करती है। उन्होंने पूछा कि वक्फ बोर्ड में कितने पसमांदा मुस्लिम हैं।
लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान बोलते हुए अखिलेश यादव ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी मुस्लिम भाई चेहरे में बंटवारा चाहती है और अपना वोट बैंक संभालने के लिए बिल ला रही है। सपा बिल का विरोध करती है और वोट के दौरान इसे विरोध में वोट करेगी।
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, “मैं ये पूछना चाहता हूं कि ये बिल अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने बनाया कि किसी और विभाग ने बनाया है? यह बिल कहां से आया?…आज देश में अल्पसंख्यकों की हालत ऐसी हो गई है कि आज सरकार को उनके धर्म का प्रमाण पत्र देना पड़ेगा…क्या वे दूसरे धर्मों से प्रमाण पत्र मांगेंगे कि आपने पांच साल पूरे किए हैं या नहीं? इस बिल में ऐसा क्यों पूछा जा रहा है? सरकार धर्म के इस मामले में क्यों दखल दे रही है…”
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किए जाने पर कहा, “मुसलमानों के खिलाफ भाजपा ने पिछले 10 सालों से जो कार्रवाई शुरू की है यह उसी का हिस्सा है… अब वे वक्फ संशोधन विधेयक लाकर हमारी संपत्तियों पर कब्जा करना चाहते हैं… हमारा देश पूरी दुनिया में भाईचारे के कारण, गंगा-जमुनी तहजीब के कारण जाना जाता था… वे(भाजपा) भूल जाते हैं कि आज भाजपा की सरकार है लेकिन कल यह सरकार नहीं होगी… जब तक वे जाएंगे तब तक पूरा देश बर्बाद हो गया होगा… इस समय जो भाजपा सरकार है वह मुसलमानों के अधिकारों का हनन कर रही है… इसका नतीजा आने वाले समय में पूरे देश को भुगतना पड़ेगा…”
AIMPLB ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि यह वक्फ संपत्तियों के लिए लाभकारी होने के बजाय नुकसानदेह होगा। AIMPLB के वरिष्ठ कार्यकारी सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, ‘‘AIMPLB और अन्य मुस्लिम संगठनों ने विधेयक पर अपनी चिंताओं से संयुक्त संसदीय समिति को अवगत कराया था, लेकिन इस पर विचार नहीं किया गया। इसके बाद, दिल्ली और पटना समेत कई शहरों में विरोध प्रदर्शन किए गए जहां प्रदर्शनकारियों ने असहमति दर्ज कराने के लिए सांकेतिक रूप से काली पट्टी बांधी।’’
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हमने अपने WAMSI पोर्टल पर रिकॉर्ड की समीक्षा की है। 2006 में गठित सच्चर समिति ने भी इस मामले पर विस्तृत जानकारी दी है। 2006 में 4.9 लाख वक्फ संपत्तियां थीं और उनसे कुल आय 163 करोड़ रुपये थी और 2013 में बदलाव करने के बाद आय 166 करोड़ रुपये हो गई है।
लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि अब वक्फ बोर्ड में शिया, सुन्नी, बोहरा, पिछड़े मुस्लिम, महिलाएं और विशेषज्ञ गैर-मुस्लिम भी होंगे। मैं विस्तार से बताता हूं। मैं अपना खुद का उदाहरण देता हूं। मान लीजिए मैं मुस्लिम नहीं हूं, लेकिन अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री हूं। फिर मैं केंद्रीय वक्फ परिषद का अध्यक्ष बन जाता हूं। मेरे पद के बावजूद, परिषद में अधिकतम 4 गैर-मुस्लिम सदस्य हो सकते हैं और उनमें से 2 महिला सदस्य अनिवार्य हैं।
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “वक्फ बोर्ड की भूमिका मुतवल्लियों और वक्फ मामलों को संभालने वालों द्वारा वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन की निगरानी करना है। यह पूरी तरह से शासन और पर्यवेक्षण के लिए एक प्रावधान है। वक्फ बोर्ड किसी भी तरह से वक्फ संपत्तियों का प्रबंधन नहीं करता है।”
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि किसी की बात कोई बुरा न समझेगा। ज़मीन का दर्द कभी आसमान नहीं समझेगा। मुझे न केवल उम्मीद है, बल्कि पूरा यकीन है कि जो लोग इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं, उनके दिलों में भी बदलाव आएगा। हर कोई सकारात्मक सोच के साथ इस विधेयक का समर्थन करेगा।
#WATCH | After introducing the Waqf Amendment Bill in Lok Sabha, Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju says "…Kisi ki baat koi bad-guma na samjhega. Zameen ka dard kabhi aasamaan nahi samjhega…I not only hope, but I am sure that those who oppose this bill will also have… pic.twitter.com/MP9OuzHkAq
— ANI (@ANI) April 2, 2025
लोकसभा में किरेन रिजिजू ने वक्फ संशोधन बिल पर कहा कि अगर इसमें संशोधन नहीं किया जाता तो संसद भवन भी वक्फ की संपत्ति हो जाती। इस दौरान विपक्ष का लगातार हंगामा जारी रहा। रिजिजू ने कहा कि लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। उम्मीद है विरोध करने वालों का ह्दय परिवर्तन होगा।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया है। उन्होंने कहा कि 25 राज्यों की ओर से इसमें संशोधन का प्रस्ताव आया था। बिल पर इतनी व्यापक चर्चा कभी नहीं हुई।
बीजेपी की ओर से वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा में रविशंकर प्रसाद, जगदंबिका पाल, संबित पात्रा, अभिजीत गांगुली, अनुराग ठाकुर, निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, पीपी चौधरी और स्मिता उदय वाघ शामिल होंगे।
आम आदमी पार्टी ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर थ्री लाइन व्हिप जारी की है। सभी सांसदों को आज लोकसभा में उपस्थित रहने को कहा गया है।
Aam Aadmi Party issued a three-line whip to Lok Sabha MPs to be present in Parliament today. pic.twitter.com/n25ZMAcJ2i
— ANI (@ANI) April 2, 2025