दही हमारी थाली का अहम हिस्सा है। खाने की थाली दही के बिना अधूरी लगती है। दही का सेवन करने से ना सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ता है बल्कि हेल्थ भी ठीक रहती है। पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक दही का सेवन करने से कई बीमारियों का उपचार किया जा सकता है, साथ ही मोटापा को भी कम किया जा सकता है। इसका लंबे समय तक सेवन करके वजन को आसानी से घटाया जा सकता है।
विशेषज्ञ के मुताबिक अगर दही का सेवन ठीक तरीके से किया जाए तो आंतों के स्वास्थ्य को हेल्दी रखा जा सकता है। इसका सेवन करने से इंसुलिन प्रतिरोध को रोक जा सकता है। बहुत से लोगों को लगता है कि खाने में दही का सेवन ही सब कुछ है इसके अलावा और कुछ नहीं है। यह सच नहीं है।
यह अच्छे मेटाबॉलिज्म को बनाता है और आंतों की सेहत में सुधार करता है। इसके समृद्ध प्रोबायोटिक और कैल्शियम का स्तर मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर आपके बीएमआई को नियंत्रण में रख सकता है। आप जानते हैं कि दही का फायदा प्रोबायोटिक्स या अच्छे बैक्टीरिया से आता है। अब इस बैक्टीरिया की कुछ किस्में आपकी दही में पर्याप्त मात्रा में मौजूद होनी चाहिए ताकि यह एक प्रभावी मेटाबॉलिज्म बूस्टर बन सके।
घर का बना दही वजन कम कर सकता है क्या?
घर का बना दही सेहत के लिए फायदेमंद होता है और ये पाचन को दुरुस्त रखता है। दही में प्रोबायोटिक्स होता है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करता है। जब मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम करता है, तो वजन घटाने में मदद मिलती है। वजन घटाने के लिए दही फैट बर्नर का काम करता है। रोजाना दही खाकर आप अपने बीएमआई को कंट्रोल में रख सकते हैं। इसके अलावा दही में प्रोटीन भी होता है, इससे आपका पेट जल्दी भर जाएगा और लंबे समय तक भूख भी नहीं लगती।
क्या प्रोबायोटिक्स वेट लॉस करने में ज्यादा असरदार हैं?
प्रोबायोटिक पूरी तरह वैज्ञानिक पद्धति के अनुसार बनाए जाते हैं। इसमें बैक्टीरिया के स्ट्रेन को जीवित रखना होता है और जीवित ही इसे मनुष्य की आंत में पहुंचाना होता है। प्रोबायोटिक योगर्ट में मौजूद बैक्टीरिया पेट में गैस्ट्रिक एसिड, बाइल और पैनक्रियाटिक एसिड की उपस्थिति में भी नहीं मरते। प्रोबायोटिक योगर्ट में मौजूद गुड बैक्टीरिया आंत में जीवित पहुंचते हैं, जो सेहत को फायदा पहुंचाते हैं। इनका सेवन करने से वजन को कम किया जा सकता है।
प्रोबायोटिक्स वेट लॉस करने में मदद करते हैं। क्लिनिकल न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर की ऋतिका समद्दर कहती हैं कि लैक्टोबेसिलस गैसरी, बिफीडोबैक्टीरियम और वीएसएल-3 फैमिली वेरिएंटस, वजन कम करने में खास तौर पर असर डालते हैं।
दही के सेहत के लिए फायदे:
दही पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिजों से भरपूर होता है, जो कोशिकाओं में अतिरिक्त पानी को बाहर निकलने और ब्लड प्रेशर के स्तर को नॉर्मल रखते हुए मूत्राशय तक आसानी से पहुंचने में मदद करता है। दही खाने के लिए कोई नियम कानून नहीं है आप इसे किसी भी समय खा सकते हैं। आप खाने के बाद भी दही का सेवन कर सकते हैं।
लोग सूर्यास्त के बाद इसे खाने से डरते हैं। यह सोचकर कि दही खट्टा होता है या दही खाने से उन्हें सर्दी लग सकती है। लेकिन इनमें से कोई भी सच नहीं है। दही पाचन में सहायक एक फूड है जिसे आसानी से दिन में तीन बार लिया जा सकता है। यह आपको फिट रखता है।