इस लेख में भारत के पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान की तुलना भूटान से की गई है। भारत में जनसंख्या वृद्धि, पेड़ों की कटाई और विकास के नाम पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जिससे तबाही बढ़ रही है। भूटान, कम जनसंख्या, सख्त पर्यावरण नीतियों, सीमित पर्यटन और “ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस” पर आधारित विकास मॉडल के साथ, इन चुनौतियों का बेहतर प्रबंधन करता है।