मुंबई ने 11 मार्च को विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) 2020-21 के फाइनल में प्रवेश कर लिया। उसने दिल्ली (Delhi) स्थित पालम ए स्टेडियम (Palam A Stadium) में खेले गए टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में कर्नाटक को 72 रन से हरा दिया। अब 14 मार्च को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम (Arun Jaitley Stadium) में होने वाले फाइनल में उत्तर प्रदेश से उसका मुकाबला होगा।
दूसरे सेमीफाइनल में कर्नाटक (Karnataka) के कप्तान रविकुमार समर्थ (Ravikumar Samarth) ने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की टीम ने पृथ्वी शॉ (165 रन, 122 गेंद, 17 चौके, 7 छक्के) के दम पर 49.2 ओवर में 10 विकेट पर 322 रन का स्कोर खड़ा किया। पृथ्वी ने 79 गेंद में अपना शतक पूरा किया था। लक्ष्य का पीछा करने उतरी कर्नाटक की टीम 42.4 ओवर में 250 रन पर ऑलआउट हो गई। कर्नाटक की ओर से शानदार फॉर्म में चल रहे देवदत्त पडिक्कल हाइएस्ट स्कोरर रहे।
हालांकि, देवदत्त पडिक्कल का विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ने का सपना टूट गया। देवदत्त पडिक्कल इस मैच में 9 चौके और एक छक्के की मदद से 64 गेंद में 64 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें प्रशांत सोलंकी ने बोल्ड किया। देवदत्त पडिक्कल ने इस मैच से पहले लगातार चार पारियों में 4 शतक लगाए थे। यदि वह इस मैच में भी शतक लगा देते तो विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ देते।
विराट कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी 2008-09 में 4 शतक लगाए थे। विजय हजारे ट्रॉफी के किसी एक सीजन में 4 शतक लगाने का रिकॉर्ड अब तीन बल्लेबाजों विराट कोहली, देवदत्त पडिक्कल और पृथ्वी शॉ के नाम हो गया है। खास यह है कि देवदत्त पडिक्कल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर का हिस्सा हैं। पिछले सीजन यानी आईपीएल 2020 में बतौर ओपनर उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा था।
पृथ्वी शॉ ने इस मैच में न सिर्फ शतक लगाया, बल्कि टूर्नामेंट के किसी एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। उनके अब 7 मैच में 188.50 के औसत से 754 रन हो गए हैं। इसमें एक दोहरा शतक समेत 4 शतक शामिल हैं। पृथ्वी ने मयंक अग्रवाल का रिकॉर्ड तोड़ा। मयंक अग्रवाल ने विजय हजारे ट्रॉफी 2018 में 8 पारियों में 723 रन बनाए थे।