भारतीय टीम के ओपनर पृथ्वी शॉ के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खराब साबित हुआ। शॉ ने एडिलेड में खेले गए मैच के दोनों पारियों में कुल 4 रन ही बनाए। पहली पारी में दो खाता भी नहीं खोल सके थे। वे जब 2018 में टीम इंडिया के लिए चुने गए थे तो लोग उनकी तुलना वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर से करने लगे। पृथ्वी ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वो बच्चे थे तो सचिन ने उनकी बल्लेबाजी छिपकर देखी थी। इसे बारे में खुद तेंदुलकर ने उन्हें 10 साल बाद बताया था।
यूट्यूब पर वीयू इंडिया के चैनल पर एक वीडियो है, जिसमें पृथ्वी और श्रेयस अय्यर साथ इंटरव्यू दे रहे थे। उसमें तेंदुलकर से जुड़े किस्से के बारे में पूछे जाने पर पृथ्वी ने कहा था, ‘‘पहली बार मैं सचिन सर से जब मिला था तब मैं 8 साल का था। मैं एमआईजी क्रिकेट क्लब के लिए खेलता था। सचिन सर भी वहां आकर खेला करते थे। पहले तो सिर्फ मैं देखता था। वहां खड़े रहकर बॉल पकड़ता था। प्रशांत शेट्टी सर, जो मेरे भी कोच हैं, उन्होंने मुझे सचिन सर से मिलवाया था।’’
पृथ्वी ने आगे बताया, ‘‘सचिन सर मुझसे मिलकर चले गए, हाथ मिलाए और मेरे तब फोन भी नहीं था जो फोटो खिंच सकूं। सर चले गए। फिर सर ऊपर से मेरी बैंटिंग देख रहे थे। ये मुझे कब पता चला, पता है? अभी मैं आईपीएल के टाइम सर के साथ डिनर कर रहा था। तभी सर ने बताया। उन्होंने कहा था कि मैं भला ही चला गया था, लेकिन मैं तेरे को देख रहा था ऊपर से। मैं एकदम चौंक गया। सर ने तब नहीं बताया था और अभी दस साल बाद बताया। उसके बाद उन्होंने मुझे एक एसजी का बैट दिया था। उससे मैं तीन साल खेला और काफी रन बनाए।’’
पृथ्वी ने इसके आगे कहा, ‘‘बैट पर कुछ भी होता था तो मैं उसे ठीक करता था। जब मैंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था 546 का तो एक कार्यक्रम एमसीए में हुआ था। सचिन सर ने मुझे अवॉर्ड दिया था। उस समय मेरे दिमाग था कि मेरा बैट टूट गया है मुझे नया बैट उनसे चाहिए। यह उनका आशीर्वाद होता है। फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि कुछ चाहिए क्या? तो मैंने कहा-बैट। सर बैट चाहिए। फिर उन्होंने कहा कि मैं दे दूंगा आकर। फिर उनके उस बैट से भी मैंने काफी रन बनाए। उनका बैट मेरे लिए लकी थी। उससे स्कूल और अंडर-16 में काफी रन बनाए थे।’’