भारत के युवा ओपनर पृथ्वी शॉ लंबे समय से फॉर्म में नहीं चल रहे हैं। उन्होंने इस साल न्यूजीलैंड के खिलाफ चार टेस्ट में सिर्फ 98 रन बनाए थे। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले के पहली पारी में वो खाता खोले बगैर आउट हो गए। इसके बाद दूसरी पारी में सिर्फ 4 रन ही बना सके। खराब प्रदर्शन के कारण पृथ्वी की लगातार आलोचना हो रही है। उन्होंने आलोचकों को जवाब देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है।

पृथ्वी ने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, ‘‘अगर आप कुछ करने की कोशिश कर रहे हो और लोग आपको हतोत्साहित करने की कोशिश करें तो इसका मतलब है कि आप उस काम को कर सकते हैं, लेकिन वे नहीं कर सकते।’’ एडिलेड में खराब प्रदर्शन के कारण क्रिकेट एक्सपर्ट ने उनकी तकनीक पर सवाल उठाए। पृथ्वी पहली पारी में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए थे। इसके बाद दूसरी पारी में दाएं हाथ के गेंदबाज पैट कमिंस ने उनकी गिल्लियां बिखेर दी थीं।

सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कोच टॉम मूडी ने पृथ्वी शॉ के बहाने भारतीय चयनकर्ताओं पर हमला किया था। उन्होंने कहा था, ‘‘पहली बात जो मैं कहना चाहता हूं कि पृथ्वी शॉ फ्लॉप नहीं हुए हैं। चयनकर्ता फ्लॉप हुए हैं। सब जानते थे कि वो आउट ऑफ फॉर्म हैं। तकनीक की भी समस्या है। इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें जानबूझकर फेल करवाया गया है। शुभमन गिल से भारतीय टीम को ओपनिंग करानी चाहिए। उसकी तकनीक ज्यादा सही है। उसने अपना टेंपरामेंट भी दिखाया है।’

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले कप्तान विराट कोहली ने शर्मनाक हार के बाद टीम का बचाव किया था। वे उसी तेवर के साथ प्रेस कांफ्रेंस में भी दिखाई दिए थे जिसके लिए वे जाने जाते हैं। कोहली ने लोगों से तिल का ताड़ नहीं बनाने के लिए कहा था। हालांकि, विराट अब भारत लौट चुके हैं। उनकी अनुपस्थिति में अजिंक्य रहाणे तीन मैचों में कप्तानी करेंगे।