कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है। भारतीय कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने टूर्नामेंट होने के सवाल पर कहा था कि इस बार यह छोटा होगा। मान लिजिए कि अगर टूर्नामेंट नहीं हुआ तो फ्रैंचाइजियों और बोर्ड को तो नुकसान होगा ही, उनके साथ कई खिलाड़ियों को भी नुकसान होगा। उनके करियर पर भी असर पड़ सकता है। हम आपको यहां बता रहे हैं कि किन खिलाड़ियों के करियर पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।

इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है महेंद्र सिंह धोनी का। पूर्व भारतीय कप्तान पिछले 8 महीने से पेशेवर क्रिकेट से दूर हैं। वर्ल्ड कप 2019 के बाद उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था। वे इस आईपीएल से वापसी करने वाले हैं। माना जा रहा है कि अगर वे आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए उन्हें टीम इंडिया में शामिल किया जाएगा। माही के फैंस चाहेंगे कि टूर्नामेंट का यह सीजन जरूर हो।

दूसरे नंबर पर सुरेश रैना हैं। धोनी के साथ ही चेन्नई सुपरकिंग्स में खेलने वाले रैना के पास टीम इंडिया में वापसी का संभवत: ये आखिरी मौका है। अगर वे इस बार बेहतर खेलते हैं तो उन्हें मध्यक्रम के लिए चुना जा सकता है। हालांकि, इसकी संभावना बहुत कम ही है। रैना की उम्र भी 33 पार हो चुकी है। वे भारत के लिए पिछली बार इंग्लैंड के खिलाफ 2018 में वनडे और टी20 खेले थे। रैना के नाम वनडे में 5615, टी20 में 1605 और टेस्ट में 768 रन हैं।

इस लिस्ट में आखिरी तीन खिलाड़ी मौजूदा टीम इंडिया में शामिल हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार और शिखर धवन हैं। तीनों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में रखा गया था। सीरीज का पहला मैच धर्मशाला में बारिश के कारण नहीं हो सका था। वहीं, बाकी दो वनडे को कोरोनावायरस के कारण रद्द कर दिया गया था। हार्दिक सितंबर के बाद से अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं। धवन जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली बार खेले थे। भुवनेश्वर दिसंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 में खेले थे।

हार्दिक को फिटनेस के साथ-साथ फॉर्म भी साबित करना होगा। दूसरी ओर, धवन को लोकेश राहुल से टीम में कड़ी टक्कर मिल रही है। ऐसे में उनकी नजर बेहतर प्रदर्शन कर टीम में अपना स्थान पक्का करने पर है। पिछले कुछ सालों में भारतीय तेज गेंदबाजों ने बेहतर प्रदर्शन किया। टीम के पास 4 से 5 बेहतर गेंदबाज हैं। भुवनेश्वर को युवा गेंदबाजों से कड़ी टक्कर मिल रही है। उन्हें भी अपना स्थान बनाने के लिए मेहनत करनी होगी।