आईपीएल की चमचमाती ट्रॉफी पर संस्कृत में एक वाक्य लिखा होता है इस पर ज्यादातर लोगों का ध्यान शायद ही गया हो, लेकिन आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर इस पर क्या लिखा होता है और इसका क्या मतलब होता है। आईपीएल 2023 अब समापन पर है और इस सीजन में फाइनल में पहुंचने वाली दो टीमें चेन्नई सुपर किंग्स या फिर गुजरात टाइटंस में से कोई 16वें सीजन का विनर होगा। एक तरफ जहां सीएसके के पास 5वीं बार खिताब जीतने का मौका है तो वहीं डिफेंडिंग चैपियन गुजरात के पास लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने का बेहतरीन मौका है।
आईपीएल 2023 का फाइनल मुकाबला 28 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर रविवार को खेला जाना था, लेकिन भारी बारिश की वजह से इसे रद्द कर दिया गया था और अब इसके 29 जून के यानी आज रिजर्व डे वाले दिन खेला जाएगा। आईपीएल इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई फाइनल मैच रिजर्व डे वाले दिन खेला जाएगा। इस बार जो टीम विनर होगी उसे 20 करोड़ रुपये जबकि उप-विजेता को 13 करोड़ रुपये ईनाम के रूप में दिए जाएंगे जबकि तीसरे नंबर पर आई टीम मुंबई इंडियंस को 7 करोड़ तो वहीं चौथे नंबर पर रही लखनऊ सुपर जायंट्स को 6.5 करोड़ रुपये मिलेंगे।
इस बार एमएस धोनी या हार्दिक पांड्या में से कोई एक आईपीएल के 16वें सीजन का ट्रॉफी उठाएंगे, लेकिन हम आपको बताते हैं कि इस ट्रॉफी पर संस्कृत में आखिर क्या लिखा होता है। इस ट्रॉफी पर संस्कृत में ‘यत्र प्रतिभा अवसरा प्राप्नोति’ लिखा होता है और इसका हिन्दी में मतलब यह है कि ‘जहां प्रतिभा को अवसर मिलता है’। आईपीएल पर यह वाक्य पूरी तरह से सूट करता है क्योंकि यहां पर प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपना टैलेंट दिखाने का भरपूर अवसर मिलता है।
आपको बता दें कि चेन्नई सुपर किंग्स 10वीं बार आईपीएल फाइनल मैच खेलने जा रही है और इस टीम ने अब तक चार बार 2020, 2011, 2018 और 2021 में ये खिताब जीते थे। वहीं गुजरात की टीम की एंट्री ही आईपीएल में पिछले साल हुई थी, लेकिन इस टीम ने अपने डेब्यू साल में ही खिताब जीत लिया साथ ही साथ इस टीम के पास दूसरी बार चैंपियन बनने का शानदार अवसर है। आईपीएल का फाइनल मैच अगर सोमवार को भी बारिश की वजह से नहीं होता है कि लीग मैचों में बेहतर अंक के आधार पर गुजरात को चैंपियन घोषित किया जा सकता है।