भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों इंग्लैंड के दौरे पर है। वहां टीम इंडिया को 18 से 22 जून तक साउथम्पटन में इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना है। इसके बाद 4 अगस्त से मेजबान इंग्लैंड से 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। भारतीय टीम उसकी तैयारी में जुट गई है। टीम रोज बाउल के निकट एक मैदान पर प्रैक्टिस कर रही है। इस दौरान इंट्रा-स्क्वायड मैच में बल्लेबाज और गेंदबाज अपना जौहर दिखा रहे हैं।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है। वीडियो में केएल राहुल, रोहित शर्मा, ऋद्धिमान साहा और मयंक अग्रवाल के अलावा कई खिलाड़ी बल्लेबाजी करते नजर आए। ऋषभ पंत ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल रखी है। वीडियो में सबसे पहले गेंदबाजी करते रविंद्र जडेजा दिखे। केएल राहुल ने उन्हें आगे बढ़कर छक्का मार दिया। इसके बाद रोहित और मयंक साथ में बल्लेबाजी करते नजर आए। इससे फैंस यह कयास लगा रहे है कि क्या फाइनल में रोहित और मयंक ही ओपनिंग करेंगे। शुभमन का पिछले कुछ टेस्ट मैचों में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, लेकिन उन्होंने इंट्रा-स्क्वायड मैच में 85 रन बनाए थे।

भारतीय टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे का मानना है कि जिस बल्लेबाज को चुनौतियां पसंद हैं उसे इंग्लैंड की अनिश्चित परिस्थितियों में खेलने में मजा आएगा और कहा कि इन हालात में सफलता हासिल करने के लिए स्ट्रेट बल्लेबाजी और शरीर के करीब से खेलना अहम होगा। रहाणे ने ‘बीसीसीआई डॉट टीवी’ से कहा, ‘‘जिन बल्लेबाजों को चुनौतीपूर्ण हालात में बल्लेबाजी करना पसंद आता है, उन्हें इंग्लैंड में मजा आएगा। अगर आप क्रीज पर जम गए तो इंग्लैंड बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छी जगह है। बतौर बल्लेबाज, मैंने महसूस किया कि इंग्लैंड में जितना ज्यादा आप स्ट्रेट और करीब से खेलोगे, उतना ही आपके लिये बेहतर होगा।’’

न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां 18 जून से शुरू होने वाले शुरुआती विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाज के तौर पर एक और चीज मुझे लगती है कि आप भले ही 70 पर बल्लेबाजी कर रहे हो या फिर 80 रन पर, आप कभी भी क्रीज पर जमते नहीं हो, क्योंकि एक गेंद पर आपके आउट होने का मौका बना रहता है।’’ तैंतीस साल के मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने कहा कि भारत पिछले दो वर्षों में निरंतर प्रदर्शन को देखते हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में होने का हकदार था।

रहाणे ने कहा, ‘‘हमने टीम के तौर पर दो साल तक लगातार अच्छा क्रिकेट खेला जिसके परिणामस्वरूप हम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचे। यह आसान नहीं था क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में आपको प्रत्येक मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देना होता है। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के शुरू होने के बाद हमने वेस्टइंडीज के खिलाफ जो शुरूआत की, उसके बाद से टीम ने अब तक एकजुट होकर प्रदर्शन किया है।’’