भारत के खिलाफ तीन वनडे की सीरीज के पहले मैच में डेविड वॉर्नर और एरॉन फिंच ने शानदार बल्लेबाजी की थी। दोनों की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने शानदार जीत दर्ज की। वॉर्नर और फिंच ने दूसरे वनडे में भी सिडनी के मैदान पर अपने फॉर्म को जारी रखा। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 142 रनों की साझेदारी की। वॉर्नर ने 23वां अर्धशतक लगाया। उन्होंने फिंच के खिलाफ पिछली 9 पारियों में सातवीं बार भारत के खिलाफ 50 से ज्यादा रन की साझेदारी भी पूरी की।
वॉर्नर 77 गेंद पर 83 रन बनाकर रनआउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में 7 चौके और 3 छक्के लगाए। दूसरी ओर, एरॉन फिंच 60 रन बनाकर मोहम्मद शमी का शिकार बने। 69 गेंद की पारी में उन्होंने 6 चौके और एक छक्का लगाया। कोहली ने उनका कैच लिया। पहले वनडे में फिंच और वॉर्नर ने 156 रनों की साझेदारी की थी। दूसरे मैच में शतकीय साझेदारी करने के साथ ही उन्होंने दो रिकॉर्ड बनाए। वे भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा 5 बार शतकीय साझेदारी करने वाले बल्लेबाज हैं।
वॉर्नर और फिंच ने इस पारी के दौरान ऑस्ट्रेलिया के दो पूर्व कप्तान और वर्ल्ड कप जीतने वाले रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क के एक रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। फिंच और वॉर्नर किसी भी विकेट के लिए ऑस्ट्रेलिया की ओर सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारी करने के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। दोनों ने 12वीं बार कंगारू टीम के लिए शतकीय साझेदारी की। उन्होंने पोंटिंग-क्लार्क के 11 शतकीय साझेदारी को पीछे छोड़ दिया। हालांकि, उनसे आगे पहले नंबर पर एडम गिलक्रिस्ट और मैथ्यू हेडेन हैं। दोनों ने सबसे ज्यादा 16 शतकीय साझेदारी की है।
वनडे इतिहास के 978 मुकाबलों में पहली बार ऐसा हुआ है कि भारतीय टीम के खिलाफ लगातार तीन मैच में विपक्षी ओपनर्स ने शतकीय साझेदारी की है। सबसे पहले न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल और हेनरी निकोल्स ने माउंट माउनगुई में 106 रनों की साझेदारी की थी। इसके बाद फिंच और वॉर्नर ने लगातार दो बार ऐसा किया। भारतीय गेंदबाज लगातार पांचवें मैच में पावरप्ले (शुरुआती 10 ओवर) के दौरान विकेट लेने में नाकाम रहे हैं। इसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैच शामिल हैं।