दो वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य हरभजन सिंह आज यानी 3 जुलाई 2020 को 40 के हो गए। हरभजन 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। भज्जी ने सौरव गांगुली की कप्तानी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। वे अपनी सफलता का श्रेय भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मौजूदा अध्यक्ष गांगुली को ही देते हैं। लेकिन एक बार ऐसा हुआ था जब उन्होंने दादा को सबक सिखाने का प्लान बनाया था और गांगुली उन्हें मारने दौड़े थे।

इंडिया टीवी के कार्यक्रम आप की अदालत में एक बार इस बारे में खुलासा किया। उन्होंने कहा कि हम गांगुली को अप्रैल फूल बनाना चाहते थे। हरभजन ने कहा, ‘‘वो कप्तान तो बाद में थे। पहले तो हमारी तरह इंसान थे। हमारी टीम में एक पारिवारिक माहौल था। वे हमारे बड़े भाई की तरह थे जिसके साथ हम मजाक करते भी थे। उनका हमने मजाक बनाया था। पूरी टीम ने इसका मजा लिया था। सिर्फ दादा को इसमें मजा नहीं आया था।’’

हरभजन ने आगे कहा, ‘‘हमने प्लान बनाया था कि सौरव गांगुली ने कहीं मीडिया में बोल दिया है कि भज्जी, युवराज सिंह और जहीर खान गेम को लेकर सीरियस नहीं हैं। वे बहुत पार्टियां करते हैं और अलग-अलग लड़कियों के साथ घूमते हैं। हमने उसके पेपर कटिंग छपवा लिए थे। हिंदी, इंग्लिश और लोकल न्यूज पेपर (कोच्ची) में छपवाए थे। इसके बाद अगले दिन ग्राउंड पर जाकर बवाल कर दिया कि मैं नहीं खेलूंगा कि आपने यह इल्जाम लगाया है कि मैं पार्टी करता हूं। मैं पार्टी करता ही नहीं हूं। हमने इसके बारे में अन्य सीनियर्स को बता रखा था। उन्हें प्लान के बारे में पता था।’’

भज्जी ने आगे बताया, ‘‘इसके बाद हम तीनों वहां से बैग उठाकर जाने लगे। सीनियर खिलाड़ियों ने भी हमारा साथ दिया और गांगुली को कहा कि ये तो कमिटेड खिलाड़ी हैं। इनके खिलाफ ऐसा कैसे कह सकते हो? इसके बाद दादा ने कह दिया कि ऐसा लग रहा है कि तो मैं कल ही कप्तानी छोड़ दूंगा। फिर हमने गांगुली को सच्चाई बताई तो वे बैट लेकर हमें मारने दौड़े।’’ हरभजन ने 103 टेस्ट में 417 विकेट लिए हैं। 236 वनडे में उनके नाम 269 विकेट और 28 टी20 में 25 विकेट हैं।