कोलकाता नाइटराइडर्स के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर आईपीएल 2020 के दौरान सुर्खियों में हैं। भले ही वो मैदान पर नहीं खेल रहे हों, लेकिन एक्स्टपर्ट के तौर पर ईसपीएन क्रिकइंफो के साथ जुड़े हुए हैं। गंभीर ने एलिमिनेटर मुकाबले में हारने के बाद आरसीबी के कप्तान विराट कोहली को कप्तानी से हटने तक के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी 8 सीजन में चैंपियन नहीं बना सकता है, उसे कप्तान बने रहने का हक नहीं है। गंभीर अपनी कप्तानी में कोलकाता को दो बार चैंपियन बना चुके हैं।

गंभीर लंबे समय तक कप्तान रहने के बावजूद कोलकाता की टीम में खुश नहीं थे। वे केकेआर के साथ खेल का आनंद नहीं उठा सके थे। इस बारे में उन्होंने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था। यूट्यबू चैनल स्पोर्ट्स तक पर एक वीडियो है जिसमें गंभीर ने कई चीजें बताई थीं। उन्होंने कहा, ‘‘कोलकाता की टीम में मेरे पैसै का टैग ज्यादा था। इससे मैं अपने खेल का आनंद नहीं उठा सका था। मैं सच्चाई के साथ बोल सकता हूं कि कोई ये बोले कि मेरे ऊपर पैसे का प्रेशर नहीं है तो मैं ये कहूंगा कि मेरे ऊपर ये प्रेशर था। अगर उन्होंने मुझे 11.5 करोड़ रुपए दिए तो विश्वास करके दिए।’’

गंभीर ने आगे कहा था, ‘‘जब मैं पहले साल केकेआर में गया तो बहुत प्रेशर था। यह प्रेशर लगातार सात साल तक रहा था। ऐसा नहीं है कि हम 2012 में टाइटल जीत गए तो 2013, 2014, 2015, 2016 और 2017 में प्रेशर नहीं था। उसके बाद भी पांच साल बहुत प्रेशर रहा था। ऐसा इसलिए था कि मुजे खुद से बहुत उम्मीदें थीं। ऑनर को भी मुझसे बहुत उम्मीदें थीं। मुझे यह साबित करना था कि जो आप मुझे पैसे दे रहे हैं मैं उसके मुताबिक प्रदर्शन करूं। प्रेशर की वजह से मैं आनंद नहीं उठा सका।’’

गंभीर ने 2017 के बाद कोलकाता की टीम से खुद को बाहर कर लिया था। उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) ने 3 करोड़ रुपए में खरीदा था। उन्होंने बीच में ही कप्तानी छोड़ दी और संन्यास ले लिया। गंभीर ने उस सीजन के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘मेरा 3 करोड़ रुपए का कांट्रेक्ट था। मैं 100 रन के लिए 3 करोड़ डिजर्व नहीं करता था। इसलिए मैंने पैसे नहीं लिए। मैं कोई भगवान नहीं बन गया। बस मुझे लगता था कि मेरा प्रदर्शन उस लायक नहीं था।’’