ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत की शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया भारी दबाव में है। भारतीय के पूर्व कप्तान और चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने कहा है कि बीसीसीआई बल्लेबाजों की मदद के लिए राहुल द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया भेजे। द्रविड़ तुरंत वहां टीम से जुड़े और उन्हें सहायता करें। ‘द वॉल’ के नाम से प्रसिद्ध राहुल फिलहाल नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) के प्रमुख हैं। दूसरी ओर, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा है कि कंगारू टीम के पास क्लीन स्वीप करने का बेहतर मौका है।
वेंगसरकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, ‘‘बीसीसीआई को टीम की मदद करने के लिए द्रविड़ को ऑस्ट्रेलिया ले जाना चाहिए। उन परिस्थितियों में गेंद को कैसे खेला जाए, इस पर उसने बेहतर कोई भी और बेहतर मार्गदर्शन नहीं कर सकता। उनकी मौजूदगी नेट्स में भारतीय टीम को बढ़ावा देगी। एनसीए पिछले नौ महीनों से कोविड-19 के कारण बंद हैं। बोर्ड राष्ट्रीय टीम की मदद के लिए द्रविड़ का बेहतर उपयोग कर सकता है। टीम इंडिया अब अगले तीन टेस्ट में विराट कोहली के बिना होगी।’’
वेंगसरकर ने कहा, ‘‘अगर द्रविड़ को दो सप्ताह के क्वारंटाइन पीरियड को भी पूरा करना पड़ता है तो भी वो तीसरे टेस्ट से पहले टीम के साथ जुड़ सकते हैं। वह मैच 7 जनवरी से खेला जाएगा।’’ द्रविड़ ने 2003 के दौरे पर ए़डिलेड में 233 और नाबाद 72 रन बनाए थे। उस मैच में भारत चार विकेट से जीत गया था। द्रविड़ ने सीरीज में 123.8 की औसत से 619 रन बनाए थे। इस दौरान तीन अर्धशतक और एक शतक लगाया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में 16 टेस्ट में 41.64 की औसत से 1166 रन बनाए हैं।
दूसरी ओर, पोंटिंग ने क्रिकेट.कॉम.एयू से कहा, ‘‘अब कुछ गंभीर घाव खुल गए हैं। यह (क्लीन स्वीप का) अच्छा मौका हो सकता है। मेलबर्न में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद रखिए और अगर हम ऐसा कर देते हैं तो फिर भारत के लिए वापसी करना और एक मैच जीतना मुश्किल हो जाएगा। विराट कोहली की अनुपस्थिति मेहमान टीम के लिए असली परीक्षा होगी, जिसे अंजिक्य रहाणे की कप्तानी में वापसी करनी होगी। हम उनके बारे में बहुत कुछ जानेंगे। कोहली के नहीं होने से उनके पास कोई ऐसा नहीं है जो उन्हें इस तरह की हार से वापसी दिला सके।’’