भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दो मुकाबले खेले जा चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में पहला टेस्ट जीता था तो भारत ने मेलबर्न में दूसरे मैच को अपने नाम किया। तीसरा टेस्ट सिडनी में 7 जनवरी से खेला जाएगा। इससे पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा और उमेश यादव चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए। वे सीरीज से बाहर होने वाले तीसरे तेज गेंदबाज हैं। इस पर भारत के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने तंज कसते हुए कहा कि अगर ऐसी स्थिति रही तो ऑस्ट्रेलिया से फास्ट बॉलर उधार मांगने पड़ जाएंगे।
आकाश ने अपने यूट्यूबर चैनल पर कहा, ‘‘टॉस से पहले इशांत शर्मा, पहले टेस्ट मैच के बाद मोहम्मद शमी, दूसरे टेस्ट मैच के बाद उमेश यादव। ये हो क्या रहा है? तीसरे टेस्ट मैच के बाद भारत को फास्ट बॉलर घर से मंगाने पड़ेंगे या फिर ऑस्ट्रेलिया से उधार मांगने पड़ेंगे। भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन सबकुछ सही चल रहा होता है तो कुछ गड़बड़ हो जाता है। 2018 में जब हम सीरीज जीते थे तो जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा थे। तीनों अलग-अलग चीजें लेकर आते हैं। तीनों की ताकत अलग है। इशांत लंबे-लंबे स्पेल कर सकते हैं। नई गेंद से स्विंग करा सकते हैं और पूरे दिन 2.50 की इकॉनमी से नियंत्रित गेंदबाजी कर सकते हैं।’’
आकाश ने आगे कहा, ‘‘मोहम्मद शमी नई और पुरानी गेंद से स्विंग करा सकते हैं। वे तेज बाउंसर के साथ 140-145 की स्पीड से गेंद कर सकते हैं। वहीं, बुमराह सबसे अलग और अनोखे हैं। सीरीज शुरू होने से पहले इशांत बाहर हो गए। आईपीएल में लगी चोट से वो ठीक ही नहीं हो पाए। इसके बाद पहले टेस्ट में शमी ने अच्छी गेंदबाजी की थी। उन्होंने दबाव बनाए रखा था। फिर वो बाहर हो गए। शमी की जगह सिराज को खिला लिया। तीन मुख्य गेंदबाजों में सिर्फ बुमराह बच जाते हैं। फिर उमेश यादव बाहर हो गए। पता नहीं क्या हो रहा है। किसकी नजर लग गई है।’’
आकाश ने कहा, ‘‘आपके पास टी नटराजन, नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर हैं। नटराजन का लिमिटेड ओवर में बेहतरीन प्रदर्शन रहा है। वो 30 साल के हो चुके हैं। फर्स्ट क्लास में वो सिर्फ 20 मैच ही खेल पाए हैं। नटराजन का दावा मजबूत हैं, लेकिन दो और गेंदबाज हैं। नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर। मैं तो चाहता था कि सैनी को पहले ही खिलाए। ये मुझे पसंद भी हैं। नटराजन से दोगुना फर्स्ट क्लास मैच खेल चुके हैं। बुमराह, सिराज और सैनी। शार्दुल ने 62 मैच खेले हैं। सबसे ज्यादा अनुभवी हैं। इनमें सबसे ज्यादा बेहतर ऑप्शन सैनी हैं।’’