दुनिया का हर क्रिकेटर अपने डेब्यू मैच को याद रखना चाहता है। उनमें से कुछ ही भाग्यशाली होते हैं। इनमें राहुल द्रविड़ एक हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान द्रविड़ ने 1996 में इंग्लैंड में लॉर्ड्स के मैदान पर सौरव गांगुली के साथ डेब्यू किया था। उन्होंने उसके बाद 344 वनडे और 164 टेस्ट मैच खेले। द्रविड़ 5 रन से शतक से चूक गए थे तो गांगुली ने सेंचुरी मारी थी। इसके बाद 2005 में राहुल का भारत का सेक्सिएस्ट स्पोर्ट्स पर्सन चुना गया था। उन्होंने एक इंटरव्यू में इस बारे में बात की थी।
यूट्यूब चैनल ‘ऑकट्री स्पोर्ट्स’ के लिए मशहूर स्पोर्ट्स एंकर गौरव कपूर ने द्रविड़ का इंटरव्यू लिया था। जब गौरव ने इस बारे में उनसे पूछा तो द्रविड़ ने हैरान होते हुए कहा, ‘‘क्या वास्तव में, मैं था। शानदार। शायद कंपटीशन नहीं रहा होगा।’’ गौरव ने उन्हें बताया कि आपने युवराज सिंह को हराया था। इस पर 11 जनवरी 1973 को इंदौर में जन्में राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘‘सच्ची। तब तो इसे मैं अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानूंगा। क्या इसके प्रमाण के लिए कोई सर्टिफिकेट मिलता है? उसे मैं अपने घर में सरकार द्वारा मिली ट्रॉफियों के साथ सजा कर रखता। वहां पर लिखा होता-इसके लिए युवराज सिंह को हराया था।’’
अपने करियर के सबसे महत्वपूर्ण पल के बारे में बात करते हुए द्रविड़ ने कहा कि डेब्यू मैच सबसे यादगार है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता में खेला गया दूसरा टेस्ट भी यादगार था। उन्होंने कहा, ‘‘आपका पहला दिन, जब आप देश के लिए खेलने जाते हो तो वह सबसे यादगार होता है। मुझे सफलता अचानक नहीं मिली थी। मैंने इसके लिए 5 साल डोमेस्टिक क्रिकेट में मेहनत किया था। लंबे समय से इसका सपना देख रहा था। इसलिए डेब्यू स्पेशल था।’’
द्रविड़ ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ एक मैच खेलना चाहता था। जब कुछ मैच खेल गया तो बेहतरीन अनुभव हुआ। उसके बाद मैं और ज्यादा खेलना चाहता था। कुछ समय के बाद नंबर गिनना बंद हो गया था। मैं बस अपने टैलेंट और क्षमता के मुताबिक बेस्ट बैटिंग करना चाहता था। मुझे बेहतरीन मौके मिले।’’ द्रविड़ ने 164 टेस्ट मैच में 52.3 की औसत से 13288 रन बनाए। 344 वनडे में उन्होंने 39.2 की औसत से 10889 रन बनाए। वनडे में उनके नाम 12 और टेस्ट में 36 शतक हैं।