बुधवार (7 सितंबर) को एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकाले रहे हैं। दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ‘मेक इंडिया नंबर 1’ अभियान की शुरुआत  हरियाणा के हिसार में अपने जन्मस्थान से कर रहे हैं।

आप और कांग्रेस के एक साथ अभियान शुरू करने को महज संयोग बताते हुए पार्टी के एक नेता कहते हैं, ”सीएम ने अगस्त में ‘मेक इंडिया नंबर 1’ अभियान की शुरुआत की थी। तब ही अलग-अलग राज्यों में जाने की योजना बनी थी, उन्होंने मंगलवार को ही अपने दौरे की घोषणा की। टाइमिंग केवल एक संयोग है।” सूत्रों ने बताया है कि केजरीवाल गुरुवार को हरियाणा में एक रैली को संबोधित कर सकते हैं। बाकी योजना को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।

मंगलवार को अपने अभियान की योजनाओं की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा: “हमने कुछ दिन पहले ‘मेक इंडिया नंबर 1’ नाम से एक अभियान शुरू किया था। यह 130 करोड़ भारतीयों का सपना है कि भारत दुनिया का सबसे अच्छा देश बने। वे सवाल पूछ रहे हैं कि हमें आजाद हुए 75 साल हो गए फिर भी भारत पिछड़ क्यों रह गया। कितने देश हमसे आगे निकल गए। आज, जब दुनिया में कहा जाता है कि भारत एक गरीब देश है, भारत एक पिछड़ा देश है। बहुत तकलीफ होती है।  130 करोड़ भारतीय अपने देश को विकसित देश बनते देखना चाहते हैं। भारत को समृद्ध देश के रूप में देखना चाहते हैं। भारत को दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनाना चाहते हैं।”

अगस्त में केजरीवाल ने दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को कॉल करने और ‘मेक इंडिया नंबर 1’ आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए एक नंबर – 9510001000 जारी किया था। केजरीवाल के अभियान का फोकस शिक्षा और सरकारी स्कूल में सुधार करना है।

केजरीवाल सरकार का दावा कि उन्होंने राजधानी के स्कूलों का न सिर्फ बुनियादी ढांचा दुरुस्त किया है, बल्कि शिक्षा के स्तर में भी सुधार किया है। हालांकि पिछले एक माह में भाजपा ने आप के इन तमाम दावों पर जमकर हमला बोला है।

इस मुद्दे पर गुजरात और असम में केजरीवाल और भाजपा सरकार आमने-सामने हैं। AAP के दिल्ली स्कूलों के अभियान का चेहरा मनीष सिसोदिया को कई पूछताछ के अलावा लगभग रोजाना भाजपा के हमलों का सामना करना पड़ रहा है। केजरीवाल के अभियान की घोषणा संयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस ट्वीट के एक दिन बाद हुई, जिसमें प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-एसएचआरआई) योजना के तहत देश भर में 14,500 स्कूलों का विकास और उन्नयन किया जाना है।

अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ‘मेक इंडिया नंबर 1’ अभियान की घोषणा करते प्रधानमंत्री की योजना पर सवाल उठाया। केजरीवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने 14,500 सरकारी स्कूलों के ‘आधुनिकीकरण’ की घोषणा की है। मैं यह समझ नहीं पा रहा हूं कि 10.50 लाख सरकारी स्कूलों वाले देश में इतना छोटा उपाय असरदार होगा।

अगर हम हर साल 14,500 स्कूलों का आधुनिकीकरण करते हैं, तो 10.50 लाख स्कूलों को ठीक करने में 70-80 साल लगेंगे। मैं प्रधानमंत्री जी से अपील करता हूं कि कृपया शिक्षा को लेकर सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर एक योजना बनाएं। अगर हमें प्रगति करनी है तो अगले 5 वर्षों में सभी 10.50 लाख सरकारी स्कूलों को बदलना होगा।”

‘कांग्रेस प्रासंगिकता खो चुकी है’

आम आदमी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि ”कांग्रेस दिन-ब-दिन सिमटती जा रही है। सभी राज्यों में उनके विधायक बिक जा रहे हैं, जिससे उन्होंने प्रासंगिकता खो दी है। उनकी यात्रा कोई मतलब नहीं है क्योंकि जिन राज्यों में कांग्रेस और भाजपा प्रमुख दल हैं, वहां लोग ‘आप’ को एक मात्र विपक्ष के रूप में देख रहे हैं।”  

केजरीवाल हाल के दिनों में दूसरे राज्यों के नेताओं से मिलते रहे हैं। वह तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन के साथ मॉडल स्कूलों का उद्घाटन करने के लिए सोमवार को चेन्नई में थे। बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को केजरीवाल से मिलने उनके घर पहुंचे थे।

हालांकि आम आदमी पार्टी इस बात पर जोर देती रही है कि विपक्षी एकता उसका मुख्य एजेंडा नहीं है, भले ही अन्य दल उस इस एकता में गिनते हों। विपक्षी एकता के सवाल पर आप के एक बड़े नेता का कहना है, ”ये शोर चुनाव से पहले किए जाते हैं और कुछ नेता एक साथ आने का दिखावा करते हैं लेकिन विपक्षी एकता ज्यादातर एक तमाशा है। भाजपा सामने यह व्यावहारिक विकल्प नहीं है।”

‘केजरीवाल की यात्रा नौटंकी है’

भाजपा नेता केजरीवाल के अभियान को खारिज कर रहे हैं। वह इसे आबकारी नीति पर उठे सवालों को टालने का प्रयास बता रहे हैं। दिल्ली भाजपा के एक नेता कहते हैं, ”केजरीवाल हमारे सवालों से भागने की कोशिश कर रहे हैं। हमने खुदरा विक्रेताओं और थोक विक्रेताओं, ब्लैक लिस्टेड कंपनियों और सरकारी खजाने को हुए नुकसान के बारे में सवाल पूछा है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है। यह यात्रा एक नौटंकी है, जो काम नहीं करेगी”

‘हमारी लड़ाई भाजपा के साथ है’

कांग्रेस सांसद और दिल्ली एआईसीसी प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आप के अभियान को नकल बताते हुए कहा है, ”हमने पहले घोषणा की थी कि हम अपना राष्ट्रीय अभियान कब शुरू करेंगे। इसका सीधा सा मतलब है कि वे हमारी नकल कर रहे हैं। इसमें ज्यादा सोचने की बात नहीं है। हमारी लड़ाई भाजपा के साथ है और भाजपा के साथ ही रहेगी।”