रक्षाबंधन पर मिठास जरूरी है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए मिठाई का सेवन हानिकारक हो सकता है। शुगर के मरीजों के लिए चीनी का सेवन किसी जहर से कम नहीं होता। दरअसल, बाजार मिठाइयों में रिफाइंड शुगर, प्रिजर्वेटिव्स और अनहेल्दी फैट्स होता है, डायबिटीज के मरीजों की सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीज चाहकर भी मीठा नहीं खा पाते, क्योंकि मिठाइयों में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, आप घर पर ही आसानी से हेल्दी मिठाइयां बना सकते हैं। जिन्हें डायबिटीज के मरीज भी बहुत आसानी से खा सकते हैं और अपने त्योहार का आनंद ले सकते हैं। जिससे इस बार रक्षाबंधन पर मिठास भी बरकरार रहेगी और ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहेगा। सर्टिफाइड डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. नीतिका कोहली ने तिल और गुड़ के फायदे बताए हैं।
रक्षाबंधन का त्योहार बस कुछ ही दिन दूर है। भाई-बहन के प्यार का त्योहार इस साल 9 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं और मिठाई खिलाकर त्योहार मनाती हैं, लेकिन डायबिटीज के मरीज चीनी वाली मिठाइयों से परहेज करते हैं, इसलिए आप घर पर ही हेल्दी मिठाइयां बना सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं हेल्दी डायबिटीज स्पेशल मिठाइयां कैसे बनाएं।
शुगर के मरीजों के लिए स्पेशल तिल के लड्डू
रक्षाबंधन के अवसर पर मिठाई के तौर पर तिल के लड्डू का सेवन किया जा सकता है। तिल का सेवन करना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। तिल के लड्डू में पर्याप्त मात्रा में जिंक, आयरन, विटामिन बी6, विटामिन ई, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं। शुगर के मरीज भी तिल के लड्डू खा सकते हैं।
कैसे बनाएं तिल के लड्डू
घर पर ही तिल के लड्डू आसानी से बनाए जा सकते हैं। इन्हें बनाने के लिए 2 कप तिल, 2 कप तिल, 1 कप भुनी हुई मूंगफली, 1/2 कप भुना हुआ सूखा नारियल और 1 ½ कप खजूर लें। एक बड़े बर्तन में तिल, मूंगफली और नारियल को अलग-अलग भून लें। अच्छी तरह भूनकर अलग रख दें। अब सभी सामग्री को अलग-अलग मिक्सर में अच्छी तरह पीस लें। खजूर के बीज निकाल दें, उन्हें काट लें और गरम तवे पर घी डालकर भून लें। थोड़ी देर ठंडा होने दें। खजूर के टुकड़ों और सभी तैयार पाउडर को मिलाकर गोले बना लें। पकने के बाद तिल के लड्डू परोसें।
तिल के लड्डू के फायदे
तिल के लड्डू तिल, मूंगफली और खजूर (गुड़ की बजाय) से बनाए जाते हैं। तिल में डायबिटीज के अनुकूल गुण पाए गए हैं, जैसे हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव, एंटीऑक्सीडेंट, सूजनरोधी और हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव। ये वसा के मेटाबॉलिज्म में सुधार और कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी मदद करते हैं। वहीं, खजूर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) कम होता है और इससे ब्लड शुगर के लेवल में वृद्धि होने की संभावना कम होती है। खजूर का यह गुण इसे शुगर के मरीजों के लिए सुरक्षित और अच्छा विकल्प बनाता है।
नारियल के लड्डू
शुगर के मरीजों के लिए नारियल के लड्डू भी अच्छा विकल्प है। नारियल के लड्डू में कैल्शियम की मात्रा भरपूर होता है, इसका सेवन करने से हड्डियों और दांतों को मजबूती मिलती है। इसके अलावा नारियल के लड्डूओं का सेवन करने से जोड़ों, हाथ और पैरों के दर्द से भी राहत मिल सकती है। इस रक्षाबंधन के मौके पर नारियल के लड्डू भी बनाकर खाए जा सकते हैं।
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