राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की आज सिंगापुर के माउंट एलिज़ाबेथ अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट की गई है। लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने पिता को किडनी दान की है। नेशनल ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक अगर किडनी ट्रांसप्लांट सफल तरीके से हो जाए तो इंसान लम्बे समय तक अच्छी जिंदगी गुजार सकता है। ऑस्ट्रेलिया स्थित किडनी हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक 750 में से एक व्यक्ति एक ही किडनी के साथ पैदा होता है और हेल्दी लाइफ गुजारता है।

खान-पान की बुरी आदतें, डायबिटीज, हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों के कारण किडनी खराब हो सकती है। ये सभी बीमारियां किडनी को काफी नुकसान पहुंचा सकती हैं। किडनी खराब होने से पहले बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। रात में ज्यादा यूरीन का डिस्चार्ज होना, पेशाब का रंग बदल जाना, फॉमी यूरीन का डिस्चार्ज होना,पैरों में सूजन होना, वजन बढ़ना और स्किन पर रैशेज दिखना किडनी खराब होने के संकेत हैं।

किडनी खराब होने के बाद अगर नौबत किडनी ट्रांसप्लांट करने की आ गई है तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है वरना मुसीबत बढ़ सकती है। मेदांता हॉस्पिटल पटना के डॉक्टर श्याम बिहारी बंसल के मुताबिक अगर डाइट और दवाईयों का ध्यान नहीं रखा जाए तो 20 फीसदी मरीज ऐसे है जिन्हें किडनी ट्रांसप्लांट के बाद कई तरह के जोखिम का सामना करना पड़ता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद मरीज को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

डाइट का ध्यान रखें: (Take care of diet)

सफल ट्रांसप्लांटेशन में खानपान की अहम भूमिका होती है। कुछ मरीजों का पोटैशियम ज्यादा हो जाता है इसलिए मरीज उसका स्तर कंट्रोल करने के लिए कुछ खास तरह के फलों का अधिक सेवन करें। पानी का अधिक सेवन करें। भोजन में अधिक मात्रा में सोडियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम न लें। डाइट में पालक, हरा धनिया, आलू और अरबी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करें।

दवाईयों का ध्यान रखें: (Take care of medicine)

ट्रांसप्लांट के बाद किडनी रिजेक्शन से बचने के लिए मरीज़ लगातार दवाईयों का सेवन करें। दवाईयों का सेवन करने से मरीज की इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होगी और मरीज को कई तरह के इंफेक्शन का खतरा भी कम रहेगा। मरीज़ को वायरल, फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचने के लिए पूरी तरह से सावधानी बरतने की जरूरत होगी।

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद झुके नहीं: (Do not bend after kidney transplant)

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उठने बैठने में सावधानी बरतें। खुद झुककर या खड़े होकर हैंड वॉश नहीं करें। कुछ हफ्तों तक नहाने के बजाएं स्पंज बाथ लें।

ज्यादा लोगों के संपर्क में आने से बचें: (avoid contact with other)

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद ज्यादा लोगों के संपर्क में आने से बचें वरना इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। लोगों के संपर्क में आने से टीबी जैसी बीमारी होने का खतरा बढ़ सकता है।

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करें: (keep blood pressure monitoring)

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना जरूरी है। खाने में नमक का कम सेवन करें और बीपी को कंट्रोल करने वाली दवाईयों का सेवन करें। वजन को कंट्रोल करें। वजन बढ़ने से बीपी बढ़ने का खतरा अधिक रहता है। सर्जरी के बाद की अनदेखी ट्रांसप्लांट फेलियर का कारण बन सकती है इसलिए सेहत का ध्यान जरूर रखें।