बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) अपनी अपकमिंग स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म ‘चंदू चैंपियन’ (Chandu Champion) को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। इस बीच पिछले कुछ दिनों से एक्टर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कार्तिक रसमलाई खाते हुए नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही एक्टर बता रहे हैं कि उन्होंने पूरे एक साल बाद कुछ मीठा खाया है। ऐसे में अधिकतर लोगों के मन में सवाल है कि इतने लंबे समय तक शुगर न खाने पर शरीर पर कैसा असर पड़ता है? आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं इस सवाल का जवाब-
मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान जाइडस हॉस्पिटल, अहमदाबाद की मुख्स आहार विशेषज्ञ श्रुति के भारद्वाज बताती हैं, ‘शुगर छोड़ने या सीमित करने से आपके शरीर में कई सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। शुरुआत में आपको मीठा छोड़ना कुछ मुश्किल लग सकता है लेकिन समय के साथ इससे सेहत पर पड़ने वाला सुधार आपको खुदबखुद मीठे से दूरी बनाने में मदद करने लगता है।’
लंबी है फायदों की लिस्ट
- डाइटिशियन के अनुसार, पूरी तरह मीठा छोड़ने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे ना केवल आपको मोटापे से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है, बल्कि इससे आपका पाचन भी दुरुस्त रहता है। वहीं, पाचन के ठीक रहने पर कई सेहत से जुड़ी समस्याएं खुदबखुद ठीक हो जाती हैं।
- चीनी में कटौती ब्लड प्रेशर को कम कर हृदय रोगों के खतरे को भी काफी हद तक कम करने में मदद करती है।
- श्रुति भारद्वाज बताती हैं कि एक चम्मच चीनी में करीब 20 किलो कैलोरी (20Kcl) होती हैं, ऐसे में चीनी कम करने से इंसुलिन संवेदनशीलता में मदद मिलती है और टाइप 2 डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी के विकसित होने की संभावना कम हो जाती है।
- चीनी न खाने पर आपके दांतों पर भी बेहद कमाल का असर पड़ता है, इससे कैविटी और मसूड़ों की बीमारी को रोकने में मदद मिल सकती है।
- इसके अतिरिक्त, चीनी में कटौती आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी कमाल का असर दिखाती है। मीठा कम खाने से नींद की गुणवत्ता बढ़ती है, जिससे समग्र स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- कुल मिलाकर, चीनी को सीमित करने से आपको एक साथ कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। वहीं, अगर आप सालभर के लिए मीठे को हाथ नहीं लगाते हैं, तो इससे जाहीर तौर पर आप खुद को कई घातक बीमारियों से बचा सकते हैं और इससे आप हमेशा ही सेहतमंद महसूस करते हैं।
इस बात का रखें ख्याल
श्रुति भारद्वाज बताती हैं, शुगर में कटौती कम कर देने का मतलब ये नहीं है कि आप चीनी छोड़कर गुड़ या आर्टिफिशियल स्वीटनर का सेवन करें, चीनी और गुड़ दोनों में ही बराबर कैलोरी होती है। ऐसे में मिठाई को पूरी तरह छोड़ने का अर्थ है कि आप किसी भी रूप में इसका सेवन न करें। कई तरह की एनर्जी ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक आदि में भी शुगर मौजूद होती है, ऐसे में इन चीजों से भी दूरी बना लें।
साथ ही मीठा खाना छोड़ने पर कुछ खास तरह के खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करना जरूरी है, जिससे पोषण का संतुलन बना रहे। ऐसे में इस तरीके को अपनाने के दौरान पोषण विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।