आज की अनहेल्दी और खराब लाइफस्टाइल के कारण शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है। ना तो लोग हेल्दी खाने का सेवन करते हैं और ना ही कोई फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। इसके कारण वह गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। खराब जीवन-शैली की वजह से होने वाली बीमारियों में से ही एक है यूरिक एसिड की। मेडिकल टर्म में इसे हाइपरयूरिसेमिया कहा जाता है। इस समस्या में गाउट, गठिया-बाय, मल्टीपल ऑर्गन फेलियर, हार्ट अटैक और अर्थराइटिस आदि कई तरह की बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से घुटनों और जोड़ों में दर्द, सूजन, बार-बार पेशाव आना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। एक शोध के मुताबिक दुनिया में हर पांच में से एक व्यक्ति हाई यूरिक एसिड की परेशानी से जूझ रहा है। हालांकि, दवाइयों के साथ ही खानपान और जीवन-शैली में बदलाव कर यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के प्राकृतिक उपाय:

नींबू का रस: नींबू विटामिन-सी का सबसे बड़ा स्त्रोत है। अगर आप हाई यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित हैं तो आपको नियमित तौर पर नींबू पानी का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।

ज्यादा से ज्यादा पानी का करें सेवन: यूरिक एसिड के मरीजों को ज्यादा-से-ज्यादा पानी का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इससे शरीर से सभी विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद मिलती है। जिससे यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है।

सेब का सिरका: सेब का सिरका समग्र स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। यह यूरिक एसिड की समस्या को कंट्रोल करने में भी कारगर है। इसके लिए पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर रोजाना इसका सेवन करें। इससे पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता है।

चेरी और जामुन: यूरिक एसिड के मरीजों को चेरी, जामुन, स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी आदि का सेवन करना चाहिए।

बेकिंग सोडा: बेकिंग सोडे का इस्तेमाल यूं तो खाने में किया जाता है। लेकिन इसी के साथ यह बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा को नियंत्रित करने में भी कारगर है।

शिमला मिर्च: शिमला मिर्च में विटामिन, फाइबर और कैरोटीनॉइड्स की अच्छी-खासी मात्रा मौजदू होती है। ऐसे में आप अपनी डाइट में शिमला मिर्च भी शामिल कर सकते हैं।