Diabetes Foods to Avoid: डायबिटीज एक साइलेंट किलर हो सकता है क्योंकि लोगों को इससे ग्रस्त होने की भनक तब लगती है जब तक ये बीमारी शरीर पर धावा बोल चुकी होती है। मधुमेह रोगियों को अपने खानपान की ओर सावधानी बरतनी चाहिए ताकि उनके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा ठीक बनी रहे। ऐसे में मरीजों को अपनी डाइट से कुछ चीजों को बाहर निकालने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं ऐसे 3 सफेद चीजों के बारे में जो डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए सख्त मना हैं।
मैदा: मैदा में पोषक तत्वों की कमी होती है जैसे कि इसमें विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर कम मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा, इस सफेद फूड में स्टार्च करीब 74 फीसदी होता है जो कि मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। समोसा और कचौड़ी बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले मैदा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू ज्यादा होता है, इस वजह से डायबिटीज रोगियों को इसके सेवन की सलाह नहीं दी जाती है। इससे बनने वाले सफेद ब्रेड का सेवन भी मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है।
कॉर्न फ्लोर: ये पूरी तरह स्टार्च है, इसके उत्पादन में मकई में मौजूद सारे पोषक तत्व हटा दिये जाते हैं। सूप और करी को गाढ़ा करने के लिए इस्तेमाल होने वाला ये तत्व अगर ज्यादा मात्रा में खा लिया जाए तो डायबिटीज रोगियों के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
चावल: सफेद चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू बहुत अधिक होता है, चावल में कार्ब्स भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ऐसे में इसे खाने के बाद लोगों के ब्लड शुगर लेवल में अचानक वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसके अलावा, चावल में फाइबर की कमी होती है जिस वजह से ब्लडस्ट्रीम में मौजूद ग्लूकोज एब्जॉर्ब नहीं हो पाता है और ब्लड शुगर बढ़ते रहता है। वहीं, ग्लूटेन की मौजूदगी से एलर्जी का खतरा भी अधिक होता है।
आलू: सब्जियों के राजा आलू में करीब 97kcal और 22.6 ग्राम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं। इसका जीआई वैल्यू भी ज्यादा होता है, ऐसे में इसके सेवन की सलाह डायबिटीज रोगियों को नहीं दी जाती है। आलू में प्रोटीन और फाइबर कम मात्रा में पाया जाता है जिस वजह से ये ब्लड शुगर को ट्रिगर करता है।