ऊंची-ऊंची इमारतों में रहना आज के समय में बेहद आम हो गया है। लोग हाई फ्लोर पर रहना पसंद भी करते हैं। यहां से नजारा देखने लायक होता है। हालांकि, आपको बता दें कि इन इमारतों पर रहना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-

दरअसल, हाल ही में इंडियन पॉप सिंगर ध्वनि भानुशाली (Dhvani Bhanushali) ने आर्किटेक्चरल डाइजेस्ट इंडिया संग हुई बातचीत के दौरान बताया कि वे मुंबई में 76वीं मंजिल पर रहती हैं। हालांकि, इतनी ऊंचाई पर रहने से उन्हें अक्सर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

ध्वनि भानुशाली बताती हैं कि घर पहुंचते ही उन्हें अक्सर तेज सिर दर्द परेशान कर देता है। इसके साथ ही वे अजीब बेचैनी महसूस करती हैं।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?

मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान मणिपाल अस्पताल, खराड़ी, पुणे में कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजी डॉ. मनोज पवार ने बताया, ‘जैसे-जैसे आप ऊंचाई पर जाते हैं, हवा में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है, जो आपके स्वास्थ्य पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में ज्यादा ऊंचाई पर रहना सेहत के लिए अच्छा नहीं है। खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें सांस से जुड़ी परेशानी रहती है, अस्थमा जैसी बीमारी है या हार्ट संबंधी कोई समस्या है। इससे अलग गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग इन प्रभावों के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं।’

डॉ. पवार आगे बताते हैं, ‘लंबे समय तक कम ऑक्सीजन स्तर में रहने से क्रोनिक हाइपोक्सिया हो सकता है, जिससे व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर, तेज हृदय गति और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। रात के समय ये समस्याएं अधिक बढ़ जाती हैं।’

कितनी ऊंचाई तक रहना है सही?

इस सवाल को लेकर डॉ. पवार बताते हैं, ‘वैसे तो हर किसी के लिए ये स्तर अलग-अलग हो सकता है। हालांकि, 30वीं से ऊपर की मंजिलों पर ऑक्सीजन और वायु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय बदलाव दिखना शुरू हो जाते हैं।’

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।