आंखें हमारी बॉडी का अहम हिस्सा हैं जिसकी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। खराब डाइट, खराब लाइफस्टाइल और कुछ बीमारियों की वजह से आंखों की रोशनी कम होने लगती है। कुछ लोग लम्बे समय तक कंप्यूटर के साथ गुजारते हैं, जो वक्त बचता है वो मोबाइल और दूसरे गैजेट्स के साथ लग जाते हैं जिससे उनकी आंखों को बिल्कुल भी आराम नहीं मिल रहा। मोबाइल और दूसरे गैजेट्स की लाइट आंखों पर दबाव डालती है और आंखों में तनाव बढ़ता है। धूप में निकलते पर सूरज की हानिकारक यूवी किरणें भी आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं।
डाइट में आंखों के लिए जरूरी पोषक तत्वों की कमी होने से भी आंखों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और आंखों की रोशनी पर असर पड़ता है। धूम्रपान करने से भी आंखों पर असर पड़ता है। कुछ बीमारियों जैसे मोतियाबिंद और उम्र संबंधी मैक्यूलर डिजनरेशन की वजह से आंखों की रोशनी कम होने लगती है।
लम्बे समय तक आप आंखों की रोशनी को बरकरार रखना चाहते हैं तो आप डाइट का ध्यान रखें। कुछ आंखों की एक्सरसाइज करें तो आप बुढ़ापा तक आंखों की रोशनी को बढ़ा सकते हैं। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर ने बताया अगर आप लम्बे समय तक आंखों की रोशनी को बरकरार रखना चाहते हैं तो आप डाइट में कुछ खास फूड्स का सेवन करें। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो आंखों को पोषण देते हैं और आंखों की रोशनी को बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे 5 फूड हैं जो तेजी से आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं और विजन को क्लियर करते हैं।
हर दिन गाजर खाएं
आंखों की रोशनी को बढ़ाना चाहते हैं तो आप हर दिन गाजर का सेवन करें। गाजर खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है और आंखों को पोषण मिलता है। गाजर में विटामिन ए और इसके मुख्य घटक बीटा-कैरोटीन भरपूर मौजूद होता है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है। गाजर का सेवन करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है जिससे आंखों को पोषण मिलता है। गाजर का सेवन करने से ड्राई आई सिंड्रोम से बचाव होता है और आंखों में नमी बनी रहती है। गाजर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले डैमेज को रोकते हैं। रोजाना एक मीडियम साइज की गाजर खाने से आंखों की पोषक तत्वों की डिमांड पूरी होती है।
ब्रोकली खाएं
ब्रोकली एक ऐसा सुपरफूड है जिसका सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। ब्रोकली में ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन नामक कैरोटीनॉयड पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व आंखों की रेटिना में जमा होते हैं और आंखों को नुकसान पहुंचाने वाली ब्लू लाइट से बचाव करते हैं। ये सब्जी मैक्यूलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करती हैं। ब्रोकली विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। ये आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और आंखों के ऊतकों की मरम्मत करता है। ब्रोकली में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है, जो शरीर में जाकर विटामिन ए में बदल जाता है। ये विटामिन आंखों की रोशनी बढ़ाने में वरदान साबित होता है।
शिमला मिर्च का करें सेवन
शिमला मिर्च का सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। ये रंगीन सब्जी विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो आंखों को मजबूत बनाने और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। शिमला मिर्च में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है, जो आंखों के ऊतकों को स्वस्थ रखता है।
पालक से बढ़ाएं आंखों की रोशनी
पालक का सेवन करने से आंखों की रोशनी में इज़ाफा होता है। इसमें कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो आंखों को बीमारियों से बचाने और उनकी कार्यक्षमता में सुधार करने में मदद करते हैं। पालक में ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन नामक कैरोटीनॉयड प्रचुर मात्रा में होता हैं जो रेटिना और मैक्युला में जमा होते हैं और हानिकारक नीली रोशनी से बचाव करते हैं।
आंवला का करें सेवन
आंवला का सेवन करने से आंखों की रोशनी तेजी से बढ़ती है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आंवला आंखों को मजबूत बनाता हैं और बीमारियों से बचाव करता हैं। विटामिन सी आंखों के रेटिना और लेंस को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाता है। आंवला में पॉलीफेनॉल्स और फ्लेवोनोइड्स जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आंखों की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं।
सर्दी में एक मुट्ठी चिलगोजे का सेवन करने से सेहत पर कैसा होता है असर, एक्सपर्ट से जानते हैं कि सर्दी में चिलगोजा बॉडी को कैसे गर्मी देता है। पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।