कोरोना की नई लहर के बीच मोदी सरकार ने 1 मई से COVID-19 टीकाकरण के तीसरे चरण को लेकर बड़ी घोषणा की जिसें 18 साल से अधिक आयु के सभी लोग टीका लगवा सकते हैं। इस पर रिपब्लिक भारत में अर्णब गोस्वामी की डिबेट ‘पूछता है भारत’ में एंकर पैनलिस्ट से पूछते नजर आए कि ‘पीएम ने जो मोर्चा संभाला लिया है इस पर विपक्ष को क्या परेशानी हो रही है?’
उन्होंने आगे पूछा-क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंध-विरोधी कोरोना के खिलाफ जंग को कमजोर कर रहे हैं? अर्णब ने पूछा- ‘कोरोना से जंग के लिए जब प्रधानमंत्री ने खुद आगे आकर मोर्चा संभाल लिया है तो विपक्ष परेशान क्यों है? अर्णब की इस बात पर बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने कहा- विपक्ष की यही आदत है कि ये लोग हमेशा नकारात्मक बातें करते हैं और इन लोगों के पास कोई समाधान नही हैं।
उन्होंने आगे कहा- कोरोना को लेकर पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग की, इसके अलावा डॉक्टरों के साथ भी हालातों पर चर्चा की। तो वहीं राजनीतिक विश्लेषक अवनीजेश अवस्थी ने भी सवाल पूछा कि- केंद्र को कोरोना पर चिट्ठी लिखने की बजाय राज्य सरकार बताएं कि उन्होंने पिछले एक साल में कोविड से लड़ने के लिए क्या किया?
मैं 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं लेकिन ये निर्णय पहले ले लेना चाहिए था : संजीव झा, विधायक और प्रवक्ता, AAP
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— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) April 19, 2021
ऐसे में अर्णब ने फिर पूछा- जो लोग केंद्र पर सवाल उठा रहे हैं क्या उनकी खुद की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती? इन सवालों के बाद आप पार्टी के विधायक और प्रवक्ता संजीव झा बोले- अभी ये वक्त नहीं कि कोरोना किसकी गलती के चलते हावी हुआ लेकिन हमें अभी ये सोचना है कि कैसे इससे काबू में किया जाए।
संजीव झा को जवाब देते हुए अर्णब ने कहा- इसी अप्रोच की जरूरत है संजय जी। हम एक साथ मिल कर क्यों नहीं कर सकते हैं ये? अब हर एक भारतीय को टीका लगे यह जरूरी है। ये बहुत बड़ी बात है आप समझ नहीं रहे हैं। संजीव जी लंदन में नहीं मिल रहा सबको टीका, ये सिर्फ दिल्ली में ही मिल रहा है।
इसके बाद संजीव झा बोले- मैं 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करता हूं लेकिन ये निर्णय पहले ले लेना चाहिए था।