राजस्थान के चुनावी नतीजे घोषित हो चुके हैं। बीजेपी ने राजस्थान में 115 सीटों पर जीत हासिल की है तो वहीं कांग्रेस को 69 सीटों पर जीत मिली है। अब सीएम पद को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। बीजेपी के 7 सांसद भी मैदान में थे लेकिन उनमें से केवल 4 को जीत हासिल हुई। तिजारा विधानसभा सीट से बीजेपी सांसद बालकनाथ भी मैदान में थे और उन्होंने 10 हजार वोटों से जीत हासिल की है। अब उनका नाम सीएम पद की रेस में शामिल है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत को पहले दिल्ली बुलाया गया लेकिन अब बालकनाथ को भी दिल्ली तलब किया गया है। बालकनाथ को राजस्थान का योगी भी कहा जाता है। बालकनाथ ने तिजारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के इमरान खान को 10 हजार से अधिक वोटों से हराया है।
बाबा बालकनाथ यादव जाति से हैं यानी ओबीसी हैं। चुनाव के दौरान कांग्रेस ओबीसी कार्ड खेल रही है और जाति जनगणना को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में बाबा बालकनाथ के नाम पर बीजेपी विचार कर सकती है। बीजेपी का यूपी में महंत को कुर्सी सौंपने का फैसला सही साबित हुआ। ऐसे में राजस्थान में भी ये दांव खेल सकती। हालांकि अंतिम फैसला बीजेपी का संसदीय बोर्ड लेगा।
महंत बालकनाथ बाबा गोरखनाथ के नाथ संप्रदाय से संबंध रखते हैं। उनके गुरु बाबा चांदनाथ की मौत के बाद योगी आदित्यनाथ के कहने पर ही रोहतक पीठ का महंत बनाया गया था।
बालकनाथ योगी आदित्यनाथ को फॉलो करते रहते हैं। वह लगातार अपने भाषणों में हिंदुत्व की बात करते हैं। बाबा बालकनाथ जब अपना नामांकन करने गए थे तो उनके साथ बुलडोजर भी गए थे। इसके अलावा कई जगहों पर प्रचार के दौरान उनके साथ बुलडोजर भी थे। बालकनाथ संप्रदाय के आठवें संत हैं। 2016 में वह रोहतक के मस्तनाथ मठ के उत्तराधिकारी बने। बाबा बालकनाथ मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति भी हैं।
महंत बालकनाथ के अलावा कई और नाम सीएम पद के उम्मीदवार हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, दीया कुमारी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत का भी नाम शामिल है। जल्द ही बीजेपी राजस्थान में अपने पर्यवेक्षकों को भेजेगी और वह विधायकों के साथ बैठक करेंगे।