बिहार में अबकी बार किसकी सरकार बनेगी? यह कल यानी मंगलवार को साफ हो जाएगा। कल सुबह आठ बजे वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी, जबकि थोड़ी ही देर बाद रुझान भी आने लगेंगे। वहीं, दोपहर तक नतीजों को लेकर तस्वीर साफ होने लगेगी। बता दें कि सूबे में 243 सीटें हैं, जबकि बहुमत के लिए किसी भी दल को 122 का आंकड़ा चाहिए।
इससे पहले, मुख्यमंत्री और जेडीयू चीफ नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा है कि Exit Poll Results अधिकतर गलत साबित होते हैं। बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव की 10 नवंबर को होने वाली मतगणना के लिए निर्वाचन आयोग ने सीसीटीवी से निगरानी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सहित व्यापक इंतजाम किए हैं। मुख्य चुनाव अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बताया कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम कड़ी सुरक्षा में रखी हैं।
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10 नवंबर को वोटों की गिनती के लिए राज्यभर में बनाए गए कुल 55 मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि ईवीएम तथा मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए राज्यभर में केंद्रीय सशस्त्र बलों (सीएएफपी) की कुल 19 कंपनी तथा मतगणना के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए 59 कंपनी तैनात की गयी हैं। एक कंपनी में करीब सौ जवान होते हैं।
इस वर्ष बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात नवंबर को अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ, जिसमें कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल और तिरहुत के 15 जिलों की 78 सीटें शामिल थीं। तीसरे चरण के चुनाव में मतदान करीब 60 प्रतिशत हुआ जबकि पहले चरण में 55.68 प्रतिशत और दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत 55.70 रहा था। पिछले साल के लोकसभा चुनाव में 57.33 प्रतिशत मतदान हुआ था।
कोविड-19 महामारी के बीच देश में यह पहला बड़ा चुनाव था और इसके दृष्टिगत लोगों की सुविधा के लिए आयोग ने मतदान की अवधि इस बार एक घंटे बढ़ा दी थी। आंकड़ों के अनुसार तीन चरणों में समाप्त हुये मतदान में इस वर्ष महिला मतदाताओं की संख्या (59.69 प्रतिशत) पुरुष मतदाताओं (54.68 फीसदी) की तुलना में अधिक रही।
बिहार चुनाव परिणाम के लिए मंगलवार की सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू हो जाएगी।राज्य की 243 विधान सभा सीटों पर मतगणना की सभी जरूरी तैयारी पूरी हो चुकी है। इसके लिए 55 मतगणना स्थलों पर 414 हॉल बनाये गये हैं। मतगणना के बाद 3734 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला हो जाएगा।
बिहार के बेलहर विधानसभा क्षेत्र से जदयू के प्रत्याशी मनोज यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर रविवार को आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत 28 अक्टूबर को संपन्न मतदान के दौरान बांका सांसद गिरधारी यादव, उनके भाई और पांच अन्य लोगों ने उनके विरूद्ध कार्य किया । मनोज ने आरोप लगाया कि इस चुनाव में स्थानीय सांसद गिरधारी यादव ने उनके तथा पार्टी के खिलाफ काम किया और राजद उम्मीदवार रामदेव यादव का खुलकर सर्मथन किया |
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीटों), 3 नवंबर (94 सीटों) और 7 नवंबर (78 सीटों) को मतदान संपन्न हुआ था । तीसरे और अंतिम दौर के मतदान के बाद जारी अधिकतर एग्जिट पोल में राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई है। बिहार विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 का है।
बिहार विधानसभा चुनाव में अंतिम दौर के मतदान के बाद जारी अधिकांश एग्जिट पोल में भले ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई हो लेकिन भाजपा को पूरा भरोसा है कि नतीजे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पक्ष में आएंगे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने मतगणना से एक दिन पहले सोमवार को दावा किया कि बिहार में भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालेंगे।
प्रदेश की राजधानी पटना में, जहां सबसे अधिक 14 विधानसभा क्षेत्र हैं, के सभी निर्वाचन क्षेत्रों के मतों की गणना के लिए एएन कॉलेज में केवल एक मतदान केंद्र की स्थापना की गयी है जहां मतगणना के लिए 30 काउंटिंग हॉल तैयार किए गए हैं। मुजफ्फरपुर जिला जहां 11 निर्वाचन क्षेत्र हैं, में भी वोटों की गिनती के लिए एक ही मतगणना केंद्र बनाया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि नियंत्रण कक्ष में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का स्क्रीन जिला निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में है और मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा नियमित रूप से उनकी निगरानी की जा रही है।
प्रदेश की राजधानी पटना में, जहां सबसे अधिक 14 विधानसभा क्षेत्र हैं, के सभी निर्वाचन क्षेत्रों के मतों की गणना के लिए एएन कॉलेज में केवल एक मतदान केंद्र की स्थापना की गयी है जहां मतगणना के लिए 30 काउंटिंग हॉल तैयार किए गए हैं। मुजफ्फरपुर जिला जहां 11 निर्वाचन क्षेत्र हैं, में भी वोटों की गिनती के लिए एक ही मतगणना केंद्र बनाया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने कहा कि नियंत्रण कक्ष में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का स्क्रीन जिला निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में है और मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय द्वारा नियमित रूप से उनकी निगरानी की जा रही है।
बिहार के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि चुनाव आयोग ने अर्धसैनिक बलों की 19 कंपनियों को स्ट्रांग रूम की सुरक्षा सौंपी है। काउंटिंग सेंटर पर तीन लेवल की सिक्योरिटी होगी। सबसे अंदर वाले कोर पर पैरामिलिट्री, मध्य में बिहार मिलिट्री पुलिस और सबसे बाहर वाले कोर में जिला आर्म्स पुलिस।
शिवसेना ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नीत गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव जीतेगा। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में दावा किया गया है कि बिहार में चुनाव से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव की रैलियों को उनके राजनीतिक विरोधियों की तुलना में अच्छी प्रतिक्रिया मिली। उसने जदयू-भाजपा गठबंधन का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘ झूठ के गुब्बारे हवा में छोड़े गये थे लेकिन वे हवा में अपने आप ही गायब हो गये।’’ संपादकीय में कहा गया, ‘‘ संकेत स्पष्ट है कि बिहार में नेतृत्व परिवर्तन होगा जैसा अमेरिका में हुआ।’’
डाक के जरिए डाले गए मतों की पहले गिनती होगी और उसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती की जाएगी। बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीटों), 3 नवंबर (94 सीटों) और 7 नवंबर (78 सीटों) को मतदान संपन्न हुआ था। तीसरे और अंतिम दौर के मतदान के बाद जारी अधिकतर एग्जिट पोल में राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले विपक्षी महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई है। बिहार विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 का है।
बिहार विधानसभा चुनावों में आपराधिक पृष्ठभूमि 1100 से अधिक उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा। यह जानकारी चुनाव आयोग ने दी है। आयोग की तरफ से शनिवार को उपलब्ध कराए गए आंकड़े के मुताबिक तीन चरणों वाले चुनाव में कुल 3733 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 371 महिलाएं थीं। आयोग के मुताबिक कुल 1157 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले थे।
इस वर्ष फरवरी में उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद चुनाव आयोग ने मार्च में राजनीतिक दलों से कहा था कि वे बताएं कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को मैदान में क्यों उतारा।
बिहार में विधानसभा चुनाव पहला पूर्ण चुनाव है, जिसमें दलों ने अपने उम्मीदवारों का पूरा ब्योरा सार्वजनिक किया है। चुनाव आयोग ने सितम्बर ने नियम बनाया था कि उम्मीदवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में चुनाव प्रचार के दौरान जानकारी देना अनिवार्य है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 243 सीटों के लिए हुई 57.05% वोटिंग हुई। पहले चरण में 55.70% मतदान। दूसरे चरण में 55.68%। तीसरे चरण में बंपर 59.94% वोटिंग। महिला मतदाताओं ने 59.69%, तो पुरूष मतदाताओं ने 54.68% मतदान किया।
बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण के लिए शनिवार को लगभग 58 प्रतिशत मतदान हुआ। इसी के साथ अब तीनों चरणों के लिए मतदान संपन्न हो गया है और मतगणना 10 नवम्बर को होगी। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में 60.51 प्रतिशत मतदान हुआ था। कोविड-19 महामारी के बाद देश में बिहार में सबसे बड़ा चुनाव संपन्न हुआ है। मतदान संपन्न होने के बाद अब सभी की निगाहें 10 नवंबर को आने वाले नतीजों पर रहेंगी।
चुनाव आयोग से रात दस बजे प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, तीसरे चरण में कुल 57.92 प्रतिशत मतदान हुआ जोकि पहले चरण के 55.68 और दूसरे चरण के 55.70 प्रतिशत से अधिक रहा। इस बीच, बिहार विधानसभा चुनाव से संबंधित शनिवार को आए कई एग्जिट पोल के अनुसार राजद नीत विपक्षी महागठबंधन को सत्तारूढ़ राजग पर बढ़त मिलती दिख रही है।
घरेलू शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह मोटेतौर पर बिहार चुनाव परिणामों, व्यापक आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक राजनीतिक गतिविधियों को लेकर प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया से तय होंगे। बिहार विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के प्रमुख इक्विटी रणनीतिकार हेमांग जानी ने कहा, ‘‘एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में त्रिशंकु विधानसभा के संकेत हैं, जो बाजार की धारणा के लिए थोड़ा नकारात्मक है।’’
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडेन ने निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हरा दिया है। कई बाजार भागीदारों का मानना है कि बाइडेन की जीत भारतीय कंपनियों, और खासतौर से आईटी कंपनियों, घरेलू वित्तीय बाजार के लिए अच्छी खबर है। घरेलू कारकों की बात करें तो निवेशक गुरुवार को आने वाले औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर भी नजर रखेंगे।
JDU नेता अजय आलोक ने कहा है- मैं किसी सर्वे, एग्ज़िट पोल और ऑपिनियन पोल में यकीन नहीं रखता। 2010 और 2015 के एग्ज़िट पोल में भी हमें हरा दिया गया था और नतीजा आप सबके सामने है। 10 तारीख होने दीजिए, 1-2 बजे तक सब सामने आ जाएगा। जनादेश का सब सम्मान करेंगे चाहे हम हों या वो।
एक्जिट पोल में राजद नीत महागठबंधन की जीत का अनुमान व्यक्त किये जाने के बीच राष्ट्रीय जनता दल ने रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को चेताया कि वे चुनाव परिणाम को संयम और शिष्टाचार से स्वीकार करेंगे और प्रतिद्वन्द्वियों के साथ किसी तरह के अशिष्ट व्यवहार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित ट्वीट में राजद ने कहा, ‘‘सभी शुभचिंतकों व समर्थकों से विनम्र अनुरोध है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी के अपने जन्मदिन को सादगी से मनाने के निजी निर्णय का सम्मान करते हुए आप घर पर ही रहें और आवास आकर व्यक्तिगत रूप से बधाई देने से बचें।’’
पार्टी ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे 10 नवंबर को मतगणना के लिये अपनी सजग उपस्थिति क्षेत्र में बनाए रखें। राष्ट्रीय जनता दल ने कहा है कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता स्मरण रखें-10 नवम्बर को चुनाव परिणाम कुछ भी हों, उसे पूरे संयम, सादगी और शिष्टाचार से स्वीकारना है।
सूत्रों ने बताया कि तीसरे चरण के तहत जिन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ था, किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में दोबारा मतदान का आदेश नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में चुनाव पर्यवेक्षकों और रिटर्निंग आफिसरों ने जांच पूरी कर ली है और किसी भी तरह की कोई सिफारिश नहीं की गई है। कोविड-19 महामारी के बीच देश में यह पहला बड़ा चुनाव था और इसके दृष्टिगत लोगों की सुविधा के लिए आयोग ने मतदान की अवधि इस बार एक घंटे बढ़ा दी थी।
इस वर्ष बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात नवंबर को अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ, जिसमें कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल और तिरहुत के 15 जिलों की 78 सीटें शामिल थीं। तीसरे चरण के चुनाव में मतदान करीब 60 प्रतिशत हुआ जबकि पहले चरण में 55.68 प्रतिशत और दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत 55.70 रहा था। पिछले साल के लोकसभा चुनाव में 57.33 प्रतिशत मतदान हुआ था।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में वर्ष 2015 की तुलना में अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस बार प्रदेश में मतदान का प्रतिशत 57.05 रहा । निर्वाचन आयोग के आंकड़ों में यह स्पष्ट हुआ है। आयोग के आंकडों के अनुसार बिहार में 2015 में हुये विधानसभा चुनाव में 56.66 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था वहीं इस साल कोविड—19 के बावजूद 57.05 प्रतिशत मतदान हुआ।
आंकड़ों के अनुसार तीन चरणों में समाप्त हुये मतदान में इस वर्ष महिला मतदाताओं की संख्या (59.69 प्रतिशत) पुरुष मतदाताओं (54.68 फीसदी) की तुलना में अधिक रही।
इस वर्ष बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात नवंबर को अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ, जिसमें कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल और तिरहुत के 15 जिलों की 78 सीटें शामिल थीं।