इंदौर के ऑक्सफोर्ड कॉलेज में रविवार को आयोजित गरबा कार्यक्रम में पहुंचे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने चार युवकों को पकड़कर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी पर आपत्ति जताई। पुलिस ने उन चारों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उनको जमानत दे दी गई और मंगलवार शाम को प्रत्येक को 50,000 रुपये के जमानत बांड प्रस्तुत करने के बाद रिहा कर दिया गया। कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के आरोप में कॉलेज पर भी जुर्माना लगाया गया है।

गिरफ्तार युवकों के नाम अदनान शाह, मोहम्मद उमर, अब्दुल कादिर और सैयद साकिब है। उन पर सीआरपीसी की धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया गया था। अदनान और अब्दुल कादिर ने ऑक्सफोर्ड कॉलेज में ही पढ़े हैं, जहां गरबा कार्यक्रम आयोजित किया गया था, मोहम्मद उमर और सैयद साकिब के बारे में बताया गया उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पास खरीदे थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, प्रशांत चौबे ने कहा: “चार लोगों को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।”

कार्यक्रम में कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज के ही दो मुस्लिम छात्रों को व्यवस्था संभालने की ड्यूटी में तैनात किया था लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उन पर लव जिहाद का आरोप लगाकर उन्हें पुलिस को सौंप दिया।

अदनान के चाचा साजिद शाह के मुताबिक, अदनान इवेंट में वॉलंटियर के तौर पर था। वह कार्यक्रम स्थल का मुख्य मैदान से कम से कम 250 मीटर की दूरी पर खड़ा किया गया था। बजरंग दल के सदस्य उसके पास आए और उससे आईडी मांगी। “अदनान ने उन्हें अपनी असली पहचान बताई, तो उन्होंने उसे थप्पड़ मार दिया। इसके बाद बाकी तीन युवकों को पकड़ लाए और सबको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को सौंप दिया। साजिद ने कहा कि एक बात जो अदनान समेत हम सभी को समझ नहीं आ रही है कि उन्हें क्यों निशाना बनाया गया?”

बजरंग दल के स्थानीय समन्वयक तरुण देवड़ा ने भी गांधी नगर पुलिस स्टेशन में एक प्रार्थना पत्र देकर गरबा कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि आयोजकों ने इसे एक व्यावसायिक कार्यक्रम बना दिया था। देवड़ा ने यह भी आरोप लगाया है कि इस कार्यक्रम में करीब 3,000 लोग इकट्ठे हुए थे, जबकि अनुमति केवल 800 लोगों के लिए दी गई थी।