अमेरिका में आई एक रिपोर्ट के अनुसार भविष्य में भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है। इनके बीच युद्ध भी हो सकता है। इस रिपोर्ट ने पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को फिर बेनकाब किया है। इसके अनुसार भारत-पाक के बीच खींचतान एक चिंता का कारण है। हालांकि अभी 2021 से युद्ध विराम समझौता हुआ है, फिर भी पाकिस्तान भारत में आतंक का निर्यात जारी रखे हुए है। भारत में किसी संभावित आतंकी घटनाक्रम से दोनों देशों में तनाव की स्थिति बिगड़ सकती है।

यों यह अमेरिका के किसी समूह की अपनी सोच हो सकती है, लेकिन ऐसा लगता नहीं कि चीन के साथ संघर्ष बढ़ेगा। पाकिस्तान को भी अहसास है कि अगर भारत के साथ छेड़खानी की तो भारत छोड़ेगा नहीं। पाकिस्तान ने उरी और पुलवामा हमलों के बाद यह देखा भी है। लेकिन पाकिस्तान के बारे में सच यह भी है कि वह कुछ भी कर सकता है, क्योंकि चीन उसके साथ खड़ा है। वैसे अभी ऐसा होने की आशंका इसलिए कम है कि उसके अंदरूनी हालात खराब हैं और फौज भी बचाव की मुद्रा में है।

जहां तक चीन की बात है, तो चीन के साथ सशस्त्र संघर्ष की अभी आशंका नहीं लगती, क्योंकि दोनों देश रूस के साथ खड़े हैं। रूस को मालूम है कि आज की तारीख में चीन और भारत ही पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बीच उसकी अर्थव्यवस्था की नैया को पार लगा सकते हैं। वैसे भी अमेरिका और पश्चिमी देश ऐसी रिपोर्ट जारी करके आशंकाएं पैदा करके देशों में तनाव बनाए रखते हैं, ताकि इनमें युद्ध जैसे हालात बने रहें और उनके हथियारों के बिकने की संभावनाएं बनी रहें।

  • चंद्र प्रकाश शर्मा, रानी बाग, दिल्ली</strong>