लॉकडाउन की इस अवधि के दौरान केंद्र सरकार ने अप्रैल से लेकर जून महीने तक करीब 20 करोड़ महिलाओं के जनधन खातों में 500 रुपये प्रति माह डालने का फैसला लिया है। इसके अलावा अन्य तमाम स्कीमों का लाभ सरकार डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए जनधन खातों में ही भेजती है। हालांकि कई बार योजनाओं के लाभ के लिए पात्र लोग भी वंचित रह जाते हैं क्योंकि उनके पास जन धन खाता नहीं होता। जन धन खाते को खुलवाना भी कठिन काम नहीं है। यहां तक कि यदि मौके पर आपके पास पूरे दस्तावेज न मौजूद हों, तब भी अकाउंट खुल सकता है। जानिए कैसे…

हस्ताक्षर या अंगूठे के निशान से खुलता है खाता: भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति के पास जरूरी आधिकारिक दस्तावेज मौजूद नहीं हैं तब भी ग्राहक छोटा खाता खुलवा सकता है। अपने सेल्फ अटेस्टेड फोटो और बैंक अधिकारी के समक्ष फॉर्म पर हस्ताक्षर करने या फिर अंगूठे के निशान को लगाकर आप खाते के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि ऐसे खातों को लेकर कुछ सीमा रहती है, जैसे एक साल में आप इसमें 1 लाख रुपये से अधिक की रकम जमा नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा महीने में 10,000 रुपये से ज्यादा रकम नहीं निकाले जा सकते। यही नहीं किसी भी वक्त खाते में 50,000 रुपये से अधिक रकम नहीं जमा की जा सकती।

एक साल तक वैलिड रहते हैं ये अकाउंट: आमतौर पर ये खाते 12 महीने तक चालू रहते हैं। यही नहीं यदि आपने पैन कार्ड, आधार कार्ड समेत किसी भी वैधानिक दस्तावेज के लिए आवेदन कर दिया है तो फिर उसकी स्लिप को जमा करने पर एक साल का और वक्त मिल सकता है।

आधार कार्ड है तो नहीं जरूरी कोई दस्तावेज: यदि आपके पास आधार कार्ड मौजूद है तो फिर किसी भी दस्तावेज की जरूरत नहीं है। यदि आपके आधार कार्ड पर पता बदल भी गया है तो सिर्फ सेल्फ डिक्लेरेशन के जरिए भी आप खाता खुलवा सकते हैं। यदि आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है तो फिर वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट एवं नरेगा कार्ड का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

Lockdown 4.0 Full Update: 14 दिन के लिए और बढ़ा देश में लॉकडाउन, अब 3 के बजाय 5 होंगे जोन्स; प्लेन-ट्रेन व मेट्रो रहेगी बंदLockdown 4.0 Guidelines में किन चीजों को मंजूरी और किन्हें नहीं, देखें डिटेल मेंकोरोना, लॉकडाउन की मार: ‘घर पर पड़ी है पति की लाश, बस पहुंचा दो गांव’, दिल्ली में फंसी महिला का दर्दमजदूरों का मुद्दाः मोदी सरकार पर बरसे RSS से जुड़े संगठन के नेता, बोले- श्रमिकों को मारोगे भी, फिर रोने भी न दोगेMyGov.in COVID-19 Trackers: इन 13 तरीकों से पा सकते हैं Corona से जुड़ी आधिकारिक जानकारी। IRCTC: मरीजों, बुजुर्गों को लाने-ले-जाने को स्टेशन पर मिलती है बैट्री कार, जानें कैसे