भारत के कार बाजार में मौजूदा समय में तमाम तरह के सेगमेंट मौजूद हैं जिनमें अलग-अलग कार निर्माता कंपनियों का दबदबा बना रहता है। जिसमें एक है यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट जिसमें पिछले कई वर्षों से मारुति सुजुकी का जलवा कायम था। लेकिन वर्तमान समय में दूसरी प्रमुख कार निर्माता कंपनी हुंडई ने इस मारुति को इस सेगमेंट में पछाड़ कर नंबर एक की पोजीशन हासिल कर ली है।
यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में मारुति को पछाड़ने के बाद हुंडई मोटर्स इस सेगमेंट का अगुवा बनने की ओर तेजी से अग्रसर है जिसके चलते आज भारतीय बाजार में हुंडई इस सेगमेंट का नंबर वन खिलाड़ी बन गया है।
भारत के यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट में हुंडई मोटर्स ने सबसे ज्यादा गाड़ियां बेची हैं जिसके साथ उसकी ग्रुप कंपनी किआ मोटर्स भी शामिल है। इस सेगमेंट की बात करें तो वित्त वर्ष 2020-21 में यूटिलिटी व्हीकल की 10 लाख से ज्यादा यूनिट्स की बिक्री हो चुकी है। इन 10 लाख से ज्यादा बिक चुके यूटिलिटी व्हीकल में हर 3 में से 1 गाड़ी हुंडई की थी।
ऐसा पहली बार हुआ है कि इस यूटिलिटी सेगमेंट में मारुति सुजुकी को किसी कंपनी ने पछाड़ा है। मई के आंकड़ों को देखा जाए तो मारुति ने इस सेगमेंट की 32,903 कारों की बिक्री की है लेकिन हुंडई और किआ ने मिलकर 36,051 यूनिट की सेल की है । (ये भी पढ़ें– भारत की टॉप 5 CNG कार जो दिलाएंगी पेट्रोल के बढ़ते दाम से आजादी)
जिसमें हुंडई मोटर्स ने यूटिलिटी व्हीकल के सेगमेंट में 6,355 गाड़ियां बेची हैं जबकि उनकी समूह कंपनी किआ मोटर्स ने ज्वाइंट सेल में 23,417 यूनिट को बेचा है।
अगर पिछले अप्रैल 2021 में हुई यूटिलिटी व्हीकल सेगमेंट की बिक्री की बात करें तो मारुति ने इस महीने में कुल बाजार की 23 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जा किया था। जबकि हुंडई मोटर्स 22 प्रतिशत और किआ मोटर्स 15 प्रतिशत हिस्सेदारी पर कब्जा कर सकी। इन दोनों की हिस्सेदारी को जोड़ने पर योग बैठता है 37 प्रतिशत जो मारुति से कहीं ज्यादा है।
इसके साथ ही ये जान लीजिए यूटिलिटी सेगमेंट में मारुति के पिछड़ने पर क्या समीकरण बदले हैं। जहां हुंडई ने किया के साथ मिलकर एक नंबर की पोजीशन हासिल की है तो मारूति बड़े अंतर से पिछड़ कर दूसरे नंबर पर आ गई है। इस परिवर्तन के चलते इस सेगमेंट में महिंद्रा, टाटा, और टोयोटा की रैंकिंग और पिछड़ गई है।